येद्दयुरप्पा के CM बनने पर बौखलाई कांग्रेस, वार-पलटवार का सिलसिला हुआ और तेज
नई दिल्ली । कर्नाटक में भले ही सियासी उठापटक के बीच बीएस येद्दयुरप्पा राज्य के मुख्यमंत्री बन गए हों, लेकिन सियासी ड्रामेबाजी का दौर अब भी जारी है। भाजपा जहां सदन में बहुमत का दावा कर रही है, तो वहीं कांग्रेस उस पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा रही है। इस बीच दोनों प्रमुख दलों की ओर से आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला और तेज हो गया है। कांग्रेस कर्नाटक के इस सियासी खेल को बर्दाश्त नहीं कर पा रही है और वो भाजपा पर हमलावर है, तो वहीं भाजपा भी कांग्रेस को आईना दिखा रही है।
वार-पलटवार के बीच येद्दयुरप्पा ने सीएम पद की शपथ तो ले ली, लेकिन भाजपा की यह जीत कांग्रेस को नागवार गुजर रही है। इसके विरोध में उसने आधी रात को सुप्रीम कोर्ट के ताले तक खुलवाने में परहेज नहीं किया। अब येद्दयुरप्पा के मुख्यमंत्री बनने के बाद कांग्रेस ने विरोध में विधानसभा परिसर में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस के विधायक और नेता गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलोत, केसी वेणुगोपाल और सिद्दरमैया मौजूद रहे।
भड़की कांग्रेस, निशाने पर भाजपा-राज्यपाल
– कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि कर्नाटक में संविधान का मजाक उड़ाया गया है। उन्होंने कहा कि बहुमत नहीं मिलने के बावजूद प्रदेश में भाजपा ने जिस तरह से सरकार बनाई है, यह कानून का सरासर उल्लंघन है। आज सुबह जब भाजपा अपनी खोखली जीत का जश्न मना रही होगी तो भारत लोकतंत्र की हार का शोक मनाएगा।
– कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कर्नाटक के राज्यपाल पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया।
– सिद्दरमैया ने कहा, मामला अदालत के समक्ष लंबित है। हम लोगों के पास जाएंगे और उन्हें बताएंगे कि किस तरह बीजेपी संविधान का अपमान कर रही है।
भाजपा का कांग्रेस पर पलटवार
कांग्रेस के प्रदर्शन पर भाजपा के अनंत कुमार ने कहा कि अगर कांग्रेस प्रदर्शन करना चाहती है तो उसे राहुल गांधी, सोनिया गांधी और सिद्धारमैया के खिलाफ प्रदर्शन करना चाहिए, क्योंकि इन तीनों ने कांग्रेस को बर्बाद कर दिया है।
– वहीं, ट्वीट के जरिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा है कि ‘कांग्रेस अध्यक्ष को अपनी पार्टी का गौरवशाली इतिहास याद नहीं है। उन्हें आपातकाल, अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग, अदालतों, मीडिया और नागरिक समाज को नष्ट करना ये सब विरासत में मिला है।’ उन्होंने कहा, ‘कर्नाटक में किसको जनादेश मिला है ? भाजपा को, जिसे 104 सीटें हासिल हुई या फिर कांग्रेस को, जो 78 सीटों पर सिमट गई, जिनके खुद के मुख्यमंत्री और मंत्री भारी मतों से हारे। जेडीएस जो केवल 37 सीटों पर जीती और कई जगहों पर तो उसकी जमानत तक जब्त हो गई।’ कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र की हत्या उस वक्त हुई, जब कर्नाटक के कल्याण के लिए नहीं बल्कि राजनीतिक लाभ के लिए कांग्रेस ने जेडीएस को ‘अवसरवादी प्रस्ताव’ दिया। यह शर्मनाक है !’
– उधर, शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि बीएस येद्दयुरप्पा ने शपथ तो ले ली है, लेकिन बहुमत साबित करना मुश्किल होगा। राज्यपाल को उन लोगों को बुलाना चाहिए था, जिनके पास अधिकतम संख्या थी।