रिस्पना के पुनर्जीवन की मुहीम शुरू, पौधरोपण को गड्ढों की खुदाई में हजारों जुटे
देहरादून: रिस्पना नदी के पुनर्जीवन के लिए सरकार ने आज से मुहीम शुरू कर दी है। इसके तहत करीब तीस किलोमीटर लंबी नदी में कई स्थानों पर विभिन्न संगठनों, छात्रों, सेना, पुलिस, कर्मचारियों के सहयोग से पौधरोपण के लिए गड्ढ़ों की खुदाई आरंभ कर दी गई है। इस नदी के किनारे करीब ढाई लाख पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया है।
ऋषिपर्ना मिशन के तहत नदी किनारे कैरवान गांव में सुबह से ही स्वयंसेवी जुट गए। कार्यकर्म में सीएम त्रिवेंद्र रावत, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष चिदानंद मुनि महाराज भी पहुंचे। गड्ढा खुदान का काम विभिन्न प्लॉट में टीमें बांटकर एक साथ शुरू किया गया।
अभियान में सेना, एनजीओ, स्कूली छात्र-छात्राएं, एलबीएसए अकादमी के प्रशिक्षु आइएएस अधिकारी समेत अन्य संस्थानों के कर्मचारी शामिल हैं। जुलाई के दूसरे पखवाड़े में नदी में ढाई लाख पौधों का एक ही दिन रोपण होगा।
ग्रैविटी बेस्ड पानी को 900 करोड़ रुपये
मुख्यमंत्री ने कहा कि सौंग नदी पर बांध बनाकर ग्रैविटी बेस्ड जलापूर्ति की योजना पर काम शुरू हो गया है। इसके लिए 40 करोड़ सिंचाई विभाग को जारी भी कर दिए हैं। अगले साल तक नौ सौ करोड़ की योजना का शिलान्यास होगा।
कहा कि वह पत्थर लगाने की बजाय काम शुरू कराने पर भरोसा रखते हैं। इस योजना का लाभ मालढुंगा से सेलाकुई तक के 43 गांव और कस्बों को मिलेगा। इससे 100 करोड़ रुपये की बिजली बचत होगी।