राज्यपाल गुरमीत सिंह पहुँचे पिथौरागढ़, कहा- ‘सड़कों का निर्माण ओर संचार माध्यमों को बेहतर करना आवश्यक’
आकाश ज्ञान वाटिका, 18 दिसम्बर 2021, शनिवार, पिथौरागढ़। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह अपने एक दिवसीय भ्रमण पर पिथौरागढ़ पहुंचे। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ जिला एक सीमांत जनपद होने के साथ ही यहां की भौगोलिक परिस्थितियां अलग है। यहां पर सड़कों का निर्माण ओर संचार माध्यमों को बेहतर करना आवश्यक है।
डीआरडीओ विश्राम गृह में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, सीडीओ, डीएफओ और सीएमओ के साथ बैठक कर जनपद में संचालित विभिन्न कार्यों, गतिविधियों के साथ ही कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य और स्वरोजगार के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बीआरओ सीमांत क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रहा है। जिला प्रशासन भी सहयोग कर रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में गांव की महिलाएं ही गांव की अर्थ व्यवस्था में प्रमुख भूमिका निभा रही है।
उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों की सराहना करते हुए कहा कि उन्हें प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। उनके उत्पाद को बाजार तक पहुंचाने की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके लिए पैकेजिंग के लिए मशीन उपलब्ध कराए जाएं। इस मौके जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने जिले की भौगोलिक स्थिति, संचालित कार्य, अभिनव प्रयास, समस्याएं, प्राकृतिक आपदाओं सहित अन्य विषयों की जानकारी दी। यहां के धार्मिक, साहसिक पर्यटन आदि के बारे में बताया।
राज्यपाल ने महिलाओं की हैंडीक्राफ्ट उत्पादों की प्रदर्शनी का किया अवलोकन
राज्यपाल ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस मौके पर मुनस्यारी की राजमा, दाल, मसालों के साथ ही हथकरघा, हैंडीक्राफ्ट आदि प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए महिलाओं से इससे होने वाली आमदनी की जानकारी भी ली। महिला समूह द्वारा डायरी के बाहर बनाई गई ऐपण कला की सराहना करते हुए राजभवन के लिए सौ डायरियां और हुड़ेती निवासी व्यक्ति द्वारा लकड़ी की कलाकृति से बनाई गई केदारनाथ धाम की चार कलाकृतियों को राजभवन उत्त्तराखंड के लिए बनाने की मांग की। महिला समूहों से बात करते हुए उनके अनुभव साझा किए।
राज्यपाल ने पूर्व सैनिकों के साथ की बैठक
राज्यपाल ने विश्राम गृह में पूर्व सैनिकों के साथ बैठक कर सैनिकों की समस्याओं और समाधान के लिए सुझाव लिए। इस मौके पर रिटायर्ड मेजर ललित सामंत द्वारा युवाओं को सेना भर्ती के लिए दिए जा रहे पूर्व प्रशिक्षण के लिए चलाए गए एकलव्य एकेडमी की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की एकेडमी सभी जिलों में खुलनी चाहिए।