Breaking News :
>>कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने श्रीराम कथा यज्ञ समिति द्वारा आयोजित श्रीराम कथा में प्रतिभाग कर कथा का श्रवण किया>>महाराज ने हनुमान चट्टी के पास अवरुद्ध हाइवे को तत्काल खोलने के दिये निर्देश>>आईपीएल 2024 : मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच मुकाबला आज >>सरकार व विभाग की लापरवाही की वजह से पेयजल संकट : सूर्यकांत धस्माना>>चारधाम यात्रा-2024 : हेलीकॉप्टर बुकिंग के नाम पर ठगने वाली 76 फर्जी वेबसाइट ब्लॉक>>एसएस राजामौली ने आगामी प्रोजेक्ट बाहुबली-‘क्राउन ऑफ ब्लड’ का किया एलान>>पूरे उत्तराखण्ड में डेंगू व चिकनगुनिया रोग की रोकथाम के लिए चलाया जायेगा महाभियान>>क्या आम, तरबूज और खरबूजे को फ्रिज में रखना होता है सही ? >>मुख्यमंत्री धामी के लिए अपनी विधायक की सीट छोड़ने वाले वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी का हुआ निधन>>खाद्य सुरक्षा विभाग का प्रयास, तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य से न हो किसी भी प्रकार का खिलवाड़ : डॉ. आर. राजेश कुमार>>कोविड वैक्सीन मामले की उच्चस्तरीय जाँच हो : कांग्रेस>>आरक्षण का मुद्दा गरमाया>>मुख्यमंत्री धामी ने लोकसभा प्रत्याशी संजय सेठ के समर्थन में आयोजित जनसभा को किया संबोधित >>राज्य में लोकसभा चुनाव के बाद अब निकाय चुनाव की तैयारी तेज>>आईपीएल 2024 के 50वें मैच में आज राजस्थान रॉयल्स से भिड़ेगी सनराइजर्स हैदराबाद>>केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की फेक वीडियो  की जाँच का आदेश, होगी कड़ी कार्यवाही>>मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने श्री केदारनाथ धाम पहुँचकर पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों का लिया जायजा >>मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्यायें हैं एंग्जाइटी और डिप्रेशन, जानिए दोनों में क्या है अंतर>>बर्फ की सफेद चादर से ढका केदारनाथ-बद्रीनाथ, निचले क्षेत्रों में तेज हवायें चलने से मौसम में आयी ठंडक >>हरिद्वार ले जाया गया शहीद मेजर प्रणय नेगी का पार्थिव शरीर, नम आँखों से दी गई श्रद्धांजलि
उत्तराखण्डताज़ा खबरेंविशेष

राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित सर्वभाषा कवि सम्मेलन में मुख्यमंत्री धामी ने किया प्रतिभाग

राज्य स्थापना के बाद पहली बार भाषा विभाग द्वारा सर्वभाषा कवि सम्मेलन का आयोजन सराहनीय पहल है।

पिछले 22 सालों में उत्तराखण्ड विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ा है : मुख्यमंत्री

आकाश ज्ञान वाटिका, 08 नवम्बर 2022, मंगलवार, देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कविता को आत्मा की अभिव्यक्ति तथा दिल से निकली आवाज बताते हुए कहा कि जिसका दिल साफ होगा, मन में दया होगी, पीड़ा होगी, वही कविता लिख सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना के बाद पहली बार भाषा विभाग द्वारा सर्वभाषा कवि सम्मेलन का आयोजन सराहनीय पहल है।

मुख्यमंत्री ने कवि सम्मेलन में पधारे कवियों को सम्मानित करते हुए कहा कि कवियों के बारे में कहावत है कि जहाँ न पहुँचे रवि वहाँ पहुँचे कवि। यही नहीं साहित्य, संगीत एवं कला से विहीन व्यक्ति को पशु के समान माना गया है। हमारे कवि समाज के पथ प्रदर्शक होते हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य आन्दोलनकारियों को नमन करते हुए सभी को राज्य स्थापना की भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि विविधता में एकता हमारी पहचान है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सायं आईआरडीटी सभागार में राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर भाषा विभाग द्वारा आयोजित सर्वभाषा कवि सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछले 22 सालों में उत्तराखण्ड विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ा है। राज्य के विकास के लिये तैयार रोड मैप पर कार्य किया जा रहा है। रोजगार और आर्थिकी को बढ़ावा देने के लिये पर्यटन कृषि बागवानी के क्षेत्र में योजनायें बनायी गयी है। 6 हजार एकड़ में लेण्ड बैंक बनाया गया है ताकि अधिक से अधिक निवेशक राज्य में उद्योगों की स्थापना के प्रति आकर्षित हों। स्वयं सहायता समूहों की आर्थिकी को भी मजबूती देने के प्रयास किये जा रहे हैं। लखपति दीदी योजना में 2025 तक 1.25 लाख मातृशक्ति बहनों को लखपति बनाने की योजना बनायी गयी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने माणा में केदारनाथ व हेमकुण्ड साहिब रोपवे के आदि योजनाओं के शिलान्यास के अवसर पर सभी लोगों से अपनी यात्रा व्यय का 5 प्रतिशत धनराशि वहाँ के स्थानीय उत्पादों के क्रय पर व्यय करने की बात कही। इससे स्थानीय उत्पादों के उत्पादन एवं विपणन को बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में पधारे कवियों से भी अपेक्षा की कि वे अपनी अभिव्यक्ति की ताकत के बल पर इस अभियान को आगे बढ़ाने में सहयोगी बनें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव है तथा उन्होंने उत्तराखण्ड को स्वर्ग की संज्ञा दी है। प्रधानमंत्री की अपेक्षाओं के अनुरूप 2025 तक उत्तराखण्ड देश के श्रेष्ठ राज्यों में अपनी पहचान बनाये इसके लिये हम सबको मिलजुल कर प्रयास करने होंगे। राज्य के विकास की हम सबकी यह सामूहिक यात्रा है।

इस अवसर पर भाषा मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि हमारा प्रदेश बहुभाषी, बहुधर्मी एवं बहु संस्कृतियों वाला प्रदेश है। राज्य की भाषा एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिये भाषा विभाग द्वारा पहली बार यह पहल की है। इस आयोजन को भविष्य में और अधिक प्रभावी बनाये जाने की भी उन्होंने बात कही। उन्होंने मंचाशीन कवियों का आह्वान किया कि वे राज्य के प्रतिभावान युवा रचनाकारों को बेहतर प्लेटफार्म प्रदान करने में मददगार बनें ताकि उनकी भी पहचान देश व दुनिया में हो सके।

इस अवसर पर जिन कवियों ने अपनी कविताओं की प्रस्तुति दी उनमें बुद्धिनाथ मिश्र, अतुल शर्मा, अफजल मगलोरी, अम्बर खरबन्दा, प्रेम साहिल, श्रीमती नीता कुकरेती, श्रीमती बीना बेंजवाल, श्रीमती श्रुति वत्स, श्रीमती बसन्ती मठपाल, गिरीश सुन्दरियाल, दिनेश सुन्दरियाल प्रमुख रहे। निदेशक भाषा संस्थान श्रीमती स्वाति भदोरिया ने आभार व्यक्त किया।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.