पुलिस के अनुसार जम्मू शहर से सटे कई क्षेत्रों में पाकिस्तान के मोबाइल फोन टावरों के सिग्नल मिल रहे हैं, सुरक्षा एजेंसियों ने जारी किया अलर्ट
आकाश ज्ञान वाटिका, 5 फ़रवरी 2021, शुक्रवार। जम्मू शहर से सटे कई क्षेत्रों में वीरवार को पाकिस्तानी मोबाइल टावर के सिग्नल मिलने से हड़कंप मच गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने सिग्नल वाले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया। आनन-फानन में पुलिस टीमें संबंधित क्षेत्रों में पहुंच गई। बनतालाब के भरत नगर क्षेत्र में तो पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में तलाशी अभियान चलाया गया। पुलिस से सेवानिवृत्त असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर और कश्मीर के अनंतनाग के निवासी के घर में परिवार के सदस्यों के मोबाइल फोन व लैपटाप की जांच की तो कुछ नहीं मिला।
पुलिस के अनुसार बनतालाब, जानीपुर, बाग-ए-बाहु के ऊंचाई वाले और कुछ और इलाकों में पाकिस्तान के मोबाइल फोन टावरों के सिग्नल काफी तेज हैं। भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटा कानाचक्क सेक्टर दोमाना क्षेत्र में पड़ता है। बनतालाब इलाका भी दोमाना का हिस्सा है। बनतालाब ऊंचाई वाला इलाका है, इसलिए वहां पाकिस्तानी टावर के सिग्नल काफी तेजी से आ रहे हैं।तकनीकी विशेषज्ञों के अनुसार सीमा से एरियल डिस्टेंस मात्र 10 किमी. है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान ने सीमा के इस पार रहने वाले अपने हैंडलरों को लाभ पहुंचाने के लिए भारत के नजदीक कई मोबाइल फोन के टावर लगाए हुए हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने पाक के कई हैंडलर को पकड़ा है, जो पाक सिमकार्ड का प्रयोग भारत में रह कर करते हैं।
सूत्रों के अनुसार पूरे जम्मू शहर में पुलिस और अर्धसैनिकबल चौकस हो गए हैं। नाकों के अलावा मोबाइल टीमों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। पुलिस के आला अधिकारी इससे इन्कार भी नहीं कर रहे हैं कि जम्मू शहर में आतंकी या फिर इनके मददगार छिपे हो सकते हैं। वहीं सब डिवीजनल पुलिस आफिसर दोमाना कौशिन कौल का कहना है कि इलाके में कोई भी संदिग्ध गतिविधि नहीं पाए जाने पर तलाशी अभियान बंद कर दिया।
खुफिया एजेंसी ने जम्मू कश्मीर पुलिस को सूचना दी कि बनतालाब इलाके में पाकिस्तान के मोबाइल फोन के टावर के सिग्नल आ रहे हैं। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर दिया गया। वे भी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों के नेतृत्व में बन तालाब में तलाशी अभियान चलाया गया। जम्मू कश्मीर में मोबाइल फोन सेवा उपलब्ध करवा रही कंपनी के तकनीकी विशेषज्ञ और अधिकारी भी साथ थे। जांच में जिन स्थानों पर पाकिस्तानी मोबाइल फोन के सिग्नल तेज थे वहां रह रहे लोगों के घरों की तलाशी ली गई। करीब तीन घंटे तक चले तलाशी अभियान के बाद कोई भी संदिग्ध वस्तु या गतिविधि न मिली। सुरक्षा एजेंसियों ने इस बात से भी इन्कार नहीं किया जा सकता कि वहां कुछ लोग पाकिस्तान के सिमकार्ड का प्रयोग भी कर रहे हों।
सूत्रों के अनुसार कुछ मोबाइल कंपनियों के तकनीकी विशेषज्ञों ने कहा कि इसमें साजिश भी हो सकती है और तकनीकी दिक्कत भी, लेकिन जिस तरह सिग्नल तेज हैं वह गड़बड़ी की आशंका पैदा कर रहे हैं। फिलहाल मोबाइल कंपनियों के तकनीकी विशेषज्ञ भी अलर्ट हैं। वे भी सिग्नल पर नजर रखे हुए हैं।