दून और मसूरी का बदला मौसम, मसूरी में बर्फबारी और दून में बारिश के आसार
मौसम के करवट बदलते ही गुरुवार को दून में भी रिमझिम बारिश हुई। जबकि मसूरी में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज भी दून और मसूरी में बादल छाए रहेंगे। मसूरी में बर्फबारी और दून में बारिश के आसार बने हुए हैं।
गुरुवार को दून में दिनभर बादल छाए रहे। सुबह और दोपहर के समय कई इलाकों में बारिश भी हुई। इससे अधिकतम तापमान भी घट गया। वहीं, मसूरी में दिन के समय बारिश के साथ ओले गिरे। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि दून में शुक्रवार को भी बादलों का डेरा रहेगा और बारिश की संभावना है। अधिकतम तापमान में कमी आने के कारण ठंड में भी इजाफा होगा। गुरुवार को दून का अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 18.4 और 6.6 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि शुक्रवार को यह 16 और छह डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। इसके बाद शनिवार को मौसम खुलने के आसार हैं।
सीजन का तीसरा हिमपात
मसूरी के समीपवर्ती बुरांशखंडा, धनोल्टी के ऊंचाई वाले इलाकों और सुरकंडा व नागटिब्बा में गुरुवार को दोपहर बाद सीजन का तीसरा हिमपात हुआ। हल्का हिमपात होने के कारण बुरांशखंडा व धनोल्टी में बारिश से बर्फ पिघल गई। हिमपात की आस में अभी भी मसूरी में बड़ी संख्या में पर्यटक रुके हुए हैं।
कार्मिक फोन नहीं रखेंगे बंद
मौसम विभाग ने दून में भी शुक्रवार को कुछ स्थानों पर बारिश व ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। साथ ही शनिवार तक शीत दिवस (कोल्ड-डे कंडीशन) की आशंका जताई है। इसे देखते हुए प्रशासन ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को अलर्ट मोड में रखा है। संबंधित अधिकारियों को हिदायत दी गई है कि वह किसी भी दशा में अपने मोबाइल ऑफ न रखें। अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं प्रशासन) बीर सिंह बुदियाल ने कहा कि यदि कहीं पर भी मार्ग बाधित होता है तो संबंधित विभाग उसे तत्काल खुलवाना सुनिश्चित करेंगे।
इस अवधि में सभी राजस्व उप निरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्रों में बने रहेंगे। वहीं, सभी थाना-चौकियों को आपदा संबंधी उपकरणों व वायरलेस सेट के साथ हाई-अलर्ट पर रहने को कहा गया है। इसके अलावा अधिकारियों को व्यक्तिगत बरसाती छाता, टॉर्च, हेलमेट आदि अपने वाहन में रखने के निर्देश दिए गए हैं। दूसरी तरफ अपर जिलाधिकारी ने बताया कि यदि लोग कहीं पर फंस जाते हैं तो उनके खाने-पीने की वस्तुएं, मेडिकल की व्यवस्था कराने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं।
पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटकों पर लग सकती है रोक
प्रशासन ने यह दिशा निर्देश भी जारी किए हैं कि यदि इस दौरान भारी बारिश होती है तो दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटकों को जाने की अनुमति न दी जाए।
पांच घंटे बंद रहा गंगोत्री हाईवे
भटवाड़ी और गंगनानी के बीच हेल्गू गाड़ में गंगोत्री हाईवे पांच घंटे बाधित रहा। इस दौरान उपला टकनौर क्षेत्र के ग्रामीणों व पर्यटकों को परेशानी झेलनी पड़ी। शाम चार बजे बीआरओ की टीम ने हाईवे को सुचारु किया। गुरुवार की दोपहर 11 बजे गंगोत्री हाईवे पर हेल्गू गाड़ के पास अचानक पहाड़ी से भारी बोल्डर और मलबा गिरा, जिससे हाईवे बाधित हुआ। हाईवे बंद होने की सूचना पर बीआरओ की टीम मौके पर पहुंची। हाईवे को शाम चार बजे सुचारु किया गया। गनीमत यह हुई कि जिस दौरान बोल्डर गिरे, उस समय कोई हाईवे पर नहीं था।