राजस्थान विधानसभा की 199 सीटों के लिए मतदान जारी
आकाश ज्ञान वाटिका, शनिवार, 25 नवम्बर 2023, नई दिल्ली। राजस्थान में विधानसभा की 199 सीटों के लिए आज मतदान हो रहा है। श्रीगंगानगर जिले की करणपुर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया है। इस चुनाव में कुल 5.2 करोड़ मतदाता चुनाव में उतरे 1863 प्रत्याशियों की किस्त का फैसला करेंगे। इसके साथ ही लोगों की नजर उन सीटों पर भी है जहां मंत्री चुनाव मैदान में हैं।
राजस्थान के कितने मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं ?
राजस्थान की मौजूदा कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कुल 29 मंत्री हैं। इनमें से मुख्यमंत्री गहलोत समेत 19 कैबिनेट मंत्री हैं, जबकि 9 राज्य मंत्री के पद पर हैं। कांग्रेस ने इस बार सरकार के 3 मंत्रियों के टिकट काटे हैं और तीनों ही कैबिनेट मंत्री हैं। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरदारपुरा सीट से मैदान में हैं। उनके सामने भाजपा से डॉ. महेंद्र सिंह राठौड़ हैं।
गहलोत सरकार में जलदाय मंत्री महेश जोशी को इस बार टिकट नहीं मिला है। पार्टी ने हवामहल सीट से उनकी जगह आरआर तिवाड़ी को मैदान में उतारा है। कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी का टिकट काटकर गुड़ामालानी सीट से कर्नल सोनाराम को टिकट दिया गया है। कर्नल सोनाराम ने हाल ही में भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामा था।
झोटवाड़ा सीट से कृषि मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक लालचंद कटारिया की जगह अभिषेक चौधरी को टिकट दिया गया है। यहां से मौजूदा विधायक लालचंद कटारिया ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। अभिषेक चौधरी का मुकाबला भाजपा के राज्यवर्धन राठौड़ से है। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरदारपुरा सीट से मैदान में हैं। उनके सामने भाजपा से डॉ. महेंद्र सिंह राठौड़ हैं।
गहलोत सरकार के मंत्रियों का क्या होगा ?
बीकानेर पश्चिम सीट सेशिक्षा मंत्री बीडी कल्ला चुनाव मैदान में हैं। मंत्री बीडी कल्ला का मुकाबला भाजपा के जेठानन्द व्यास से है।
कानून मंत्री शांति धारीवाल कोटा उत्तर से को अंतिम समय में टिकट मिला है। धारीवाल के घर एक हुई एक बैठक के कारण कांग्रेस आलाकमान उनसे नाखुश था। धारीवाल वही नेता हैं, जिनके घर पर पिछले साल गहलोत खेमे के 80 बागी विधायकों की मीटिंग हुई थी। ये विधायक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के सिलसिले में दिल्ली से भेजे गए पर्यवेक्षकों की ओर से बुलाई विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे।
लालसोट सीट से स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। उनके सामने भाजपा से रामबिलास मीणा हैं। जल संसाधन मंत्री महेंद्र जीत सिंह मालवीय बागीदौरा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। उनका मुकाबला भाजपा उम्मीदवार कृष्णा कटारा से है। राजस्व मंत्री रामलाल जाट मांडल सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। रामलाल का मुकाबला भाजपा के गौतम सिंह डाक से है।
अंता सीट से खनिज और गोपालन मंत्री प्रमोद भाया को टिकट मिला है। कांग्रेस के प्रत्याशी का मुकाबला भाजपा उम्मीदवार कंवर लाल मीणा से है। पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह डीग-कुम्हेर विघानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। विश्वेंद्र सिंह के सामने भाजपा उम्मीदवार डॉ. शैलेश सिंह हैं।
सपोटरा सीट से ग्रामीण विकास मंत्रालय संभाल रहे रमेश चंद्र मीणा मैदान में हैं। रमेश चंद्र का मुकाबला भाजपा उम्मीदवार हंसराज मीणा से है। सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना निंबाहेड़ा सीट से टिकट मिला है। आंजना के खिलाफ भाजपा के उम्मीदवार श्रीचन्द कृपलानी हैं।
खाचरियावास सिविल लाइंस सीट से खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह दावेदार हैं। गहलोत सरकार के सबसे मुखर मंत्री का मुकाबला भाजपा उम्मीदवार गोपाल शर्मा से है। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री शाले मोहम्मद को पोकरण सीट से कांग्रेस का टिकट मिला है। शाले मोहम्मद के खिलाफ भाजपा ने महंत प्रतापपुरी महाराज को अपना उम्मीदवार बनाया है।
ममता भूपेश सिकराय सीट से कांग्रेस की दावेदार हैं। ममता भूपेश गहलोत सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं। ममता के खिलाफ भाजपा के उम्मीदवार विक्रम बंशीवाल हैं। लोक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव वैर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा के उम्मीदवार बहादुर सिंह कोली कांग्रेस के दावेदार भजनलाल के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली अलवर ग्रामीण सीट विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा के जयराम जाटव कांग्रेस के टीकाराम जूली के खिलाफ सियासी लडाई में आमने-सामने हैं।
खाजूवाला सीट से राहत एवं आपदा प्रबंधन मंत्री गोविंद राम मेघवाल चुनाव लड़ रहे हैं। गोविंद राम का मुकाबला भाजपा उम्मीदवार डॉ. विश्वनाथ मेघवाल से है। गहलोत सरकार में महिला मंत्री शकुंतला रावत उद्योग मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहीं है। बानसूर सीट पर उतरीं शकुंतला का मुकाबला भाजपा की देवी सिंह शेखावत से है।