Breaking News :
>>चारधामों के कपाट विधि- विधान से बंद होने के साथ ही छह माह के लिए चारधाम यात्रा का पूर्ण रूप से हुआ समापन>>डीटीसी के संविदा कर्मचारियों की हड़ताल से धुंध के बीच बसों का इंतजार कर रहे यात्री >>सर्दियों में महिलाओं को पहनने चाहिए ये 5 तरह के बूट, स्टाइल से नहीं होगा समझौता>>शासन के सचिवों की गैर मौजूदगी पर सीएस राधा रतूड़ी सख्त>>मुख्यमंत्री धामी को अचानक अपने बीच देखकर चौंक गए व्यापारी>>वायु प्रदूषण की जंग को गंभीरता से लेना होगा>>बिना प्रोटोकॉल व सुरक्षा के गैरसैंण पहुंचे सीएम धामी>>आकर्षण का केंद्र बने हैं उत्तराखंड के शिल्पियों के उत्पाद- महाराज>>शिक्षा विभाग को विज्ञान वर्ग में मिले 157 अतिथि प्रवक्ता>>ऋषिकेश नगर निगम ने दिखाई प्लास्टिक कूड़ा प्रबंधन की राह>>‘कुबेर’ की पहली झलक आई सामने, धनुष-नागार्जुन की जोड़ी ने मचाया धमाल>>केदारनाथ उपचुनाव- चोपता में पकड़ी गई अवैध शराब, कांग्रेसियों ने किया जमकर हंगामा>>राजधानी दिल्ली में खतरनाक स्तर पर पहुंचा वायु प्रदूषण, छठी से 11वीं कक्षा को ऑनलाइन पढ़ाने का लिया गया फैसला>>ब्राजील दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, जी 20 शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा>>केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए आज शाम 5 बजे बंद हो जाएगा प्रचार- प्रसार का शोर >>खाली पेट फल खाने के फायदे हैं या नुकसान? जानें सच्चाई>>जय श्री बद्री विशाल के उदघोष के साथ श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट हुए बंद>>बदलते भारत की बदलती तस्वीर>>शादी में वाहन बुक कराने से पहले अब वाहनों का सेफ सफर ऐप में पंजीकरण कराना होगा अनिवार्य>>मासूम को बहला फुसलाकर कुकर्म का प्रयास करने वाले आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार 
उत्तराखण्ड

नगर निगम से जुड़े नए क्षेत्र की हकीकत, अतिक्रमण और गंदगी से परेशान वाशिंदे

देहरादून। नगर निगम में पहली बार शामिल हुए मोहब्बेवाला क्षेत्र में समस्याओं की भरमार है। यहां बेल रोड और ग्राफिक एरा रोड से लगी बस्तियों में रहने वाले लोग अतिक्रमण और गंदगी से परेशान हैं। सड़क तक फैले अतिक्रमण के चलते यहां आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। जबकि जगह-जगह कूड़ा बिखरा होने से आबो-हवा भी दूषित है।

सहारनपुर रोड से लगे मोहब्बेवाला में यूं तो औद्योगिक क्षेत्र, बड़े शो-रूम और संस्थान बसे हुए हैं। इन संस्थानों में हर दिन हजारों लोग समस्याओं से दो-चार होते हैं। इसके अलावा क्षेत्र की बेल रोड, ग्राफिक एरा रोड, चंद्रबनी चौक और इसके आसपास की आबादी वाले क्षेत्र के लोग भी समस्याओं से परेशान हैं।

बेल रोड में आबादी हर दिन बढ़ती जा रही है। यह रोड क्लेमनटाउन और सहारनपुर रोड को जोड़ने वाला वैकल्पिक मार्ग भी है। इस रोड से हर दिन हजारों लोग आवाजाही करते हैं। यहां आसपास के घरों में सेना के अधिकारी, स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं रहते हैं।

ग्राफिक एरा जैसे बड़े संस्थान के होने के चलते यहां खासी चहल-पहल रहती है। सड़क तक फैले अतिक्रमण से बेल रोड पर जाम की समस्या तो पनप ही रही है, पैदल राहगीरों को का चलना भी दूभर होता जा रहा है। कच्चे, पक्के, अस्थायी और स्थायी अतिक्रमण चारों ओर पसरा हुआ है। इससे बड़े वाहन तो दूर बाइक और छोटी कारें भी आवाजाही के दौरान जाम में फंस जाती हैं।

सड़क के दोनों तरफ क्षतिग्रस्त नाली है। नालियों की सफाई तभी होती है, जब यहां बारिश के चलते जलभराव हो जाता है। अन्यथा आज तक नालियां साफ नहीं हुईं। यही नहीं घर और आसपास की सड़क, खाली प्लाट में गंदगी अंबार लगे हुए हैं। इसके अलावा बंदरों के आतंक से भी लोग परेशान हैं। आए दिन यहां बंदर किसी न किसी को घायल कर देते हैं, घरों के आंगन व छतों से सामान उठा ले जाना तो बंदरों के लिए आम बात है।

नगर निगम में शामिल होने के बाद यहां के निवासियों को उम्मीद थी कि कुछ सुधार होगा, लेकिन फिलहाल उनकी उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।

डंपरों ने तोड़ दी सड़कें 

बेल रोड पर रेत और बजरी से भरे भारी डंपर आवाजाही करते हैं। इससे नालियां और सड़कों को खासा नुकसान पहुंच रहा है। दिन-रात डंपरों की आवाजाही से दुर्घटना का खतरा भी बना रहता है। पुलिस और प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। स्कूल-कॉलेजों के छात्र-छात्राओं के लिए यह समस्या ज्यादा विकट बनी हुई है।

स्थानीय लोगों का दर्द 

बेल रोड निवासी गुलशेर के अनुसार साफ-सफाई के कोई इंतजाम नहीं हैं। सड़क और नालियां गंदगी से पटी पड़ी हैं। इसमें कभी सुधार होगा, इसके आसार कम ही हैं।

बेल रोड निवासी रमेश असवाल कहते हैं कि अतिक्रमण से लोग परेशान हैं। सड़क तक व्यापारियों ने दुकानें सजा दी हैं। इसमें सुधार होना चाहिए। ताकि आम लोगों को असुविधा न हो।

बेल रोड की रहने वाली अरुणा लींबू के मुताबिक बरसात में मोहल्ले की सड़कें तालाब बन जाती हैं। पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। सड़कें टूटी हुई हैं।

बेल रोड निवासी कर्नल अमितवीर पांडया के अनुसार स्वच्छ भारत अभियान यहां नजर नहीं आता। सफाई के नाम पर बजट खर्च हो रहा है, लेकिन यहां लोग कूड़ा सड़क, नाली और खाली जगह पर फेंक रहे हैं।

मोहब्बेवाला निवासी रोहित क्षेत्र का कहना है कि आंतरिक सड़कों की स्थिति बेहद खराब है। जगह-जगह टूट-फूट होने से गड्ढे बने हुए हैं। सुधार के कोई इंतजाम नहीं है।

चंद्रबनी चौक निवासी विवेक कुमार के अनुसार कूड़ा उठाने के नाम पर सौ रुपये दे रहे हैं। लेकिन, न तो वाहन आते हैं और न ही सफाई होती है। इससे गंदगी सड़क पर बिखरी रहती है।

बेल रोड निवासी पिंकी देवी कहती हैं कि नगर निगम बनने के बाद सफाई की उम्मीद जगी थी, लेकिन फिलहाल निगम की नजरें यहां नहीं पड़ीं। नालियों में फैली गंदगी बीमारी को न्योता दे रही है।

बेल रोड निवासी सौरभ के अनुसार सड़क के दोनों तरफ अतिक्रमण हो रखा है। नालियां कूड़े से भरी पड़ी है। व्यवस्था नाम की कोई चीज यहां नहीं दिखती।

मोहब्बेवाला निवासी मुनिबा के अनुसार क्षेत्र में नालियां टूटी पड़ी हैं। गंदगी से बदबू उठ रही है। पानी की निकासी न होने से बारिश के दौरान सड़क और गलियां तालाब बन जाती हैं।

मोहब्बेवाला निवासी पूजा छाबड़ा के मुताबिक सहारनपुर रोड हो या फिर आंतरिक बाजार। पार्किंग और शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है। सड़क पर लंबा जाम लगने से लोग परेशान रहते हैं।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!