वर्षाकाल को देखते हुए आयुक्त कुमाऊँ सुशील कुमार ने सभी उपलब्ध संसाधनों को अलर्ट मोड पर रखने के दिए निर्देश
आकाश ज्ञान वाटिका, 30 अगस्त 2021, सोमवार, नैनीताल (सूचना)। वर्षाकाल चल रहा है इसलिए सभी अधिकारी सजग होकर कार्य करें तथा अपने-अपने क्षेत्रों मे पैनी नजर रखें व सभी उपलब्ध संसाधनों को अलर्ट मोड पर रखें। यह निर्देश आयुक्त कुमाऊँ सुशील कुमार ने मण्डल के अधिकारियों को वीडियो क्राफ्रेसिग के माध्यम से दिये। उन्होंने कहा कि अधिकारी अलर्ट मोड पर रहें ताकि किसी प्रकार की आपदा होने पर त्वरित राहत व बचाव कार्य किया जा सके।
आयुक्त ने मण्डल के जिलाधिकारियों व अन्य अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे उपलब्ध संसाधनों को अलर्ट मोड पर रखें तथा नियमित क्षेत्रों का भ्रमण करें। उन्होने कहा कि आपदा में धनराशि की जरूरत हो तो मांग करे ताकि आपदा क्षेत्रों मे सहायता राशि वितरण व आपदा बचाव कार्य त्वरित गति से हो सके। उन्होंने कहा कि आपदा दौरान क्षेत्र के परिवारों को विस्थापित करने हेतु चयनित स्थानों में मूलभूत सुविधायें खाद्यान, दवायें, टैन्ट, विद्युत, पानी आदि तैयार रखे जायें। संचार, सडक मार्ग, खाद्यान एवं दवा भण्डारण रखा जाए ताकि आपदा के दौरान त्वरित कार्यवाही एवं बचाव व राहत कार्य हो सके।
आयुक्त सुशील कुमार ने मण्डल के सभी जिलाधिकारियों व अन्य अधिकारियों को निर्देश दिये कि आपदा सम्भावित क्षेत्रों मे पर्याप्त खाद्यान, दवा भण्डारण के साथ ही अन्य आवश्यक वस्तुयें रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि चिकित्सा टीमें व संचार हेतु सैटेलाइट फोन, आपदा उपकरण तैनात रखे जांए। उन्होने कहा कि आवगमन सुचारू हो इसलिए बन्द सडकों को जल्द खोला जाए इस हेतु सडकों के छोरों पर जेसीबी, पोकलैंड आदि मशीनें तैनात रखी जायें।
उन्होंने गत दिनों बादल फटने से पिथौरागढ़ के ग्राम जुम्मा तोक जामुनी व सिरोउडियार तोक में हुई आपदा को गम्भीरता से लेते हुये सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिये।
समीक्षा दौरान अपर जिलाधिकारी पिथौरागढ़ ने अवगत कराया कि जिलाधिकारी अन्य अधिकारियों के साथ आपदा क्षेत्र में हैलीकाप्टर द्वारा पहुँच चुके हैं तथा खाद्यान, चिकित्सा टीमें, संचार टीमें भी आपदा क्षेत्र मे भेजी जा चुकी हैं। राहत बचाव कार्य युद्व स्तर पर गतिमान हैं। जामुनी तोक में आपदा में 5 लोग लापता हैं, जिसमें से 4 शव बरामद कर लिये गये हैं, 1 शव खोजने का कार्य चल रहा है। इस तरह सिरोउडियार तोक में 2 लोग लापता थे जिसमें 1 शव बरामद कर लिया गया है। 1 की तलाश जारी है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के अन्य परिवारों को दूसरे स्थान पर विस्थापित कर दिया गया है। साथ ही भोजन, दवायें, खाद्यान, रोशनी तथा अन्य व्यवस्थायें सुनिश्चित की गई है।
समीक्षा दौरान जिलाधिकारी नैनीताल धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि जनपद में बेतालघाट, मझेड़ा, ओखलकांडा, कोटाबाग खाद्य गोदामों में राशन पर्याप्त भण्डारण है तथा पर्वतीय क्षेत्रों में सितम्बर तक का खाद्यान राशन की दुकानों मे रखा गया है और नियमित वितरित किया जा रहा है। विद्यालयों में मध्याह्न भोजन भी नियमित वितरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्षाकाल दौरान जनपद में सडकें बन्द हो रही है। साथ ही उन्हें तत्काल खुलवाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हल्द्वानी-नैनीताल हाइवे दोगाँव के पास गत दिवस क्षतिग्रस्त हो गया था एनएच द्वारा यातायात सुचारू कर दिया गया है। सड़क मरम्मत कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि दस दिन के भीतर रानीबाग पुराना पुल भारी वाहनो के लिए खोल दिया जायेगा।
वीरभट्टी पुल के पास मलुवा गिरने के कारण लगातार बन्द हो रहा है उसे नियमित खोलने का कार्य किया जा रहा है ताकि वाहनों का आवागमन बना रहे। जिस पर मण्डलायुक्त ने कहा कि हल्द्वानी-भीमताल व हल्द्वानी-ज्योलीकोट-भवाली सड़क मार्ग पहाड की लाइफ लाइन है, इसमें त्वरित कार्य करते हुये दोनों सडकों यातायात हेतु सुचारू किया जाए।
चम्पावत, बागेश्वर, उधमसिह नगर की समीक्षा दौरान मण्डलायुक्त ने सभी सड़कें यातायात हेतु सुचारू रखने के निर्देश देते हुये आपदा सम्भावित क्षेत्रों में पैनी नजर रखने के निर्देश जिलाधिकारियों को दिये साथ ही पूरी मशीनरी को अलर्ट मोड़ पर रखने के निर्देश भी दिये।
आयुक्त ने कहा कि सभी मुख्य सड़कें को खोलने के लिए आपदा सम्भावित क्षेत्रों मे सड़क के दोनों किनारों पर जेसीबी तैनात रखी जाए ताकि यातायात शीघ्र सुचारू किये जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा दौरान जनहानि, पशुहानि, भवन क्षतिग्रस्त होने पर तुरन्त सहायता राशि प्रदान की जाए साथ ही त्वरित बचाव व राहत कार्य सम्पादित किये जाये।
वीसी में जिलाधिकारी बागेश्वर विनीत कुमार, अल्मोडा वन्दना सिह, चम्पावत विनीत तोमर, उधमसिह नगर रंजना राजगुरू सहित अपर आयुक्त प्रकाश चन्द्र, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० भागीरथी जोशी,अधीक्षण अभियन्ता लोनिवि ए.बी. काण्डपाल, जलसंस्थान विशाल सक्सेना, एन.एच. पांगती, मुख्य शिक्षाधिकारी केके गुप्ता, अधिशासी अभियन्ता जलसंस्थान एसके उपाध्याय आदि मौजूद थे।