उत्तराखण्ड
उत्तराखंड के कवि एवं पत्रकार राज शेखर भट्ट को सारस्वत सम्मान
देहरादून / लखनऊ । आगामी 11 जनवरी को हिन्दी भवन दिल्ली में व्यंग्य विधा के सात साहित्यकारों को सम्मानित किया जाएगा। यह अधिसूचना माध्यम साहित्यिक संस्थान के महासचिव अनूप श्रीवास्तव ने जारी की है। माध्यम साहित्यिक संस्थान के अध्यक्ष कप्तान सिंह उपाध्यक्ष शिल्पा श्रीवास्तव दिल्ली एनसीआर अध्यक्ष रामकिशोर उपाध्याय म.प्र.अध्यक्ष अरूण अर्णव खरे चंडीगढ़ एवं हिमाचल प्रदेश के नवनियुक्त अध्यक्ष गुरमीत बेदी राजस्थान अध्यक्ष ईश मधु तलवार की संयुक्त सहमति से सारस्वत सम्मान व्यंग्य विधा के सात साहित्यकारों व व्यंग्यकारों को दिया जाना सुनिश्चित किया गया है।
हिन्दी भवन दिल्ली में 11 जनवरी को आयोजित राष्ट्रीय स्तर के व्यंग्यकारों का महाकुंभ “व्यंग्य की महा पंचायत” में सात व्यंग्यकारों को सारस्वत सम्मान 2019 से सम्मानित किया जाएगा।जिनमें दिल्ली की दो महिला व्यंग्यकार भी शामिल हैं। ज्ञात हो कि 11 जनवरी को दिल्ली के हिन्दी भवन में आयोजित व्यंग्य की महा पंचायत में विनोद कुमार विक्की (बिहार) के हास्य व्यंग्य की भेलपूरी, स्नेह लता पाठक (रायपुर) की सच बोले कौआ काटे, डॉ ममता मेहता (अमरावती) की व्यंग्य का धोबीपाट वीना सिंह (लखनऊ) की कृति बेवजह यूँ ही का लोकार्पण भी किया जाएगा।
अंगिका भाषा साहित्य में व्यंग्य लेखन हेतु बिहार के कैलाश झा किंकर को तो साहित्य संवर्धन एवं प्रोत्साहन हेतु सारस्वत सम्मान संतराम पांडेय को प्रदान किया जाएगा वहीं युवा व्यंग्यकार का सम्मान बिहार के विनोद कुमार विक्की को तथा नवलेखन हेतु पिथौरागढ़ उतराखण्ड के ललित शौर्य का युवा महिला व्यंग्यकार के लिए शशि पांडेय का तो व्यंग्य लेखन क्षेत्र में उत्थान हेतु दिल्ली की ही महिला व्यंग्यकार अर्चना चतुर्वेदी तथा युवा संपादक के लिए देहरादून के राज शेखर भट्ट का चयन किया गया है।
सनद रहे कि संतराम पांडेय मेरठ के चर्चित व्यंग्यकार व विजय दर्पण टाइम्स के कार्यकारी संपादक है और अपने दैनिक पत्र में साहित्य व संस्कृति पृष्ठ पर स्थापित व नवोदित रचनाकारों को एक साझा मंच प्रदान कर रहे है। अगिका भाषा में “जाने जौ कि जाने जाता”,”जे होय छय से बढ़िए होय छय” जत्ते चले चलैने जा,ओकरा कोय सनकैने छै, आदि व्यंग्य कृति के रचनाकार अलौली खगड़िया बिहार के कैलाश झा किंकर का अंगिका भाषा साहित्य के उत्थान में अतुलनीय योगदान है वे वर्तमान में अखिल भारतीय अंगिका साहित्य कला मंच के महासचिव भी हैं।
वहीं काफी कम समय में व्यंग्य साहित्य जगत में प्रवेश करने वाले विनोद कुमार विक्की ने राष्ट्रीय स्तर की व्यंग्य पत्रिका अट्टहास बिहार-झारखंड व्यंग्य विशेषांक एवं पूर्वोत्तर/पूर्वांचल व्यंग्य विशेषांक जनवरी अंक का एवं निभा हास्य-व्यंग्य विशेषांक का अतिथि संपादन कर खुब सुर्खियां बटोरी है।बिहार के ही महेशखूंट(खगड़िया) निवासी युवा व्यंग्यकार विनोद कुमार विक्की की व्यंग्य रचनाएँ विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रायः प्रकाशित होती रहती है।हालिया प्रकाशित उनकी पुस्तक हास्य-व्यंग्य की भेलपूरी काफी चर्चित रहीं है।
उतराखण्ड के ललित कुमार शौर्य साहित्य जगत में नव हस्ताक्षर है जिनकी रचनाएं प्रतिदिन किसी न किसी पत्र पत्रिका में प्रकाशित होती ही रहती है। देवभूमि समाचार साप्ताहिक पत्र एवं इंडियन आइडल मासिक पत्रिका के संपादक एवं पत्रकार राज शेखर भट्ट देहरादून के युवा साहित्यकार है। साहित्य संवर्धन में राज शेखर भट्ट का योगदान प्रशंसनीय है।
शशि पांडेय महिला व्यंग्यकारों में चर्चित नाम है।चौपट नगरी अंधेर राजा व्यंग्य कृति की रचनाकार तथा व्यंग्य की बालाएं एवं अट्टहास महिला व्यंग्य विशेषांक की अतिथि संपादक तथा विजय दर्पण टाइम्स में बुधवारी गपशप स्तम्भ के लिए शशि पांडेय खासी लोकप्रिय हैं।व्यंग्यकार अर्चना चतुर्वेदी की उपन्यास गली तमाशे वाली इन दिनों काफी चर्चा में है।
इन सभी व्यंग्यकारों को 11 जनवरी को दिल्ली के हिन्दी भवन में प्रेम जनमेजय,हरीश नवल, कथाकार बलराम, सुभाष चन्दर ,आलोक पुराणिक,राजेन्द्र वर्मा,रमेश सैनी,श्रवण कुमार उर्मलिया, अरुण अर्णव खरे, रामकिशोर उपाध्याय, जयप्रकाश पांडे, रमेश सैनी, अनूप शुक्ल, स्नेह लता पाठक, राज शेखर चौबे, गिरीश पंकज, डॉ महेंद्र ठाकुर, निर्मल गुप्त, डॉ रमेश तिवारी, वीना सिंह, डॉ संगीता,के. के. अस्थाना, जय प्रकाश पांडेय, रजनीकांत वशिष्ठ, अरविंद तिवारी,रवि प्रकाश मौर्य, जवाहर सिंह, ,अनिता यादव, स्वाति श्वेता, एम एम चंद्रा,प्रमोद कौशिक, संतोष त्रिवेदी,पंकज प्रसून,सुनीता शानू,कमलेश पांडे,डाॅ राजेश कुमार ,अश्विनी भटनागर आदि सहित दर्जनों व्यंग्यकारों की गरिमामय उपस्थिति में सम्मानित किया जाएगा।इस घोषणा पर व्यंग्य जगत से जुड़े साहित्य सेवियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है।