विधानसभा के तीन मार्च से आरंभ हो रहा बजट सत्र के लिए सरकार ने कर ली तैयारियां
विधानसभा के तीन मार्च से आरंभ हो रहे बजट सत्र के लिए सरकार ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। विधानसभा सचिवालय के अधिकांश अधिकारी और कर्मचारी गैरसैंण रवाना हो गए हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत ज्यादातर मंत्री और विधायक सोमवार को गैरसैंण पहुंचेंगे। शासन के उच्च अधिकारी भी सोमवार को गैरसैंण रवाना होंगे। इस लिहाज से देखा जाए तो अगले पांच-छह दिन पूरी सरकार गैरसैंण में नजर आएगी।
गैरसैंण में विधानसभा सत्र के आयोजन की शुरुआत छह वर्ष पहले वर्ष 2014 में कांग्रेस सरकार के समय हुई थी। तब से यहां लगातार हर साल विधानसभा का एक सत्र आयोजित किया जाता रहा है। पिछला साल इसका अपवाद रहा, जब गैरसैंण में एक भी सत्र आयोजित नहीं किया जा सका। गैरसैंण में नया विधानसभा भवन और कई अन्य इमारतें बनकर तैयार हो चुकी हैं। विधानसभा सचिव जगदीश चंद्र ने हाल ही में गैरसैंण पहुंचकर सत्र की तैयारियों का जायजा लिया।
सत्र के लिए सोमवार से गैरसैंण में चहल पहल आरंभ होगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सोमवार को ऋषिकेश व कोटद्वार में एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद शाम को गैरसैंण पहुंचेंगे। फिलहाल सरकार ने सात मार्च, यानी पांच दिन का कार्यक्रम तय किया है। पहले दिन तीन मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण के साथ सत्र शुरू होगा। वित्तीय वर्ष 2020-21 का वार्षिक बजट चार मार्च को सदन में पेश किया जाएगा। इसके साथ ही सरकार सदन में कई महत्वपूर्ण विधेयक भी पेश कर सकती है। विपक्ष ने बजट सत्र की कम अवधि को मुद्दा भी बनाया है। विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष करण माहरा इस सिलसिले में विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर सत्र की अवधि बढ़ाए जाने की मांग कर चुके हैं।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने इस संबंध में मुख्यमंत्री से चर्चा करने का आश्वासन दिया। इससे माना जा रहा है कि बजट सत्र की अवधि कुछ दिन और बढ़ाई जा सकती है। हालांकि 10 मार्च को होली पर्व को देखते हुए संभावना यही है कि सत्र के कार्यदिवस बढ़ाए गए तो यह होली के बाद ही होगा। हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि अगर सत्र का दूसरा हिस्सा भी आयोजित किया गया तो उसे गैरसैंण या देहरादून में से कहां आयोजित किया जाएगा।