पंजाब सरकार में नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे को लेकर असमंजस की स्थिति बरकरार
- जैसे-जैसे दिन बीतते जा रहे हैं वैसे-वैसे नवजोत सिंह सिद्धू से पंजाब कांग्रेस के कुछ नेता दूरी बढ़ाने लगे हैं।
- मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी सिद्धू को नसीहत देते हुए कहा कि सिद्धू को संगठन में अपना काम देखना चाहिए।
आकाश ज्ञान वाटिका, रविवार, 3 अक्टूबर, 2021, देहरादून।पंजाब सरकार में नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे को लेकर असमंजस की स्थिति बरकरार है। प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिए पाँच दिन का समय बीत चुका है। इसके बाद भी अभी तक सिद्धू कांग्रेस हाईकमान ने सिद्धू के इस्तीफे पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है।
दूसरी ओर नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने का प्रयास भी कांग्रेस हाईकमान द्वारा नहीं किये जा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार सिद्धू द्वारा किए जा रहे हमलों के बीच मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि सिद्धू पार्टी का काम देखें।
अब जैसे-जैसे दिन बीतते जा रहे हैं वैसे-वैसे नवजोत सिंह सिद्धू से पंजाब कांग्रेस के कुछ नेता दूरी बढ़ाने लगे हैं। गत माह 28 सितंबर को इस्तीफा दिए जाने के बाद पंजाब कांग्रेस के विधायकों व मंत्रियों का सिद्धू के पटियाला स्थित निवास स्थान पर तांता लगा हुआ था, लेकिन अब ज्यों-ज्यों समय बीत रहा है त्यों-त्यों उनके आवास पर जाने वाले नेताओं की संख्या में काफी कमी देखने में आ रही है।
राजनीति में उनके दायें हाथ माने जाने वाले परगट सिंह ने भी नवजोत सिंह सिद्धू से किराना करना ही उचित समझा लेकिन रजिया सुल्ताना का उन्हें साथ मिला और उन्होंने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
अब पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरह मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी सिद्धू को नसीहत देते हुए कहा कि सिद्धू को संगठन में अपना काम देखना चाहिए, सरकार के कामकाज पर दख़ल नहीं देना चाहिए।