मुख्यमंत्री ने सर्किट हाउस हल्द्वानी में अधिकारियों की बैठक ली – जनपद में कोविड -19 में किये जा रहे कार्यो एवं व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी ली
आकाश ज्ञान वाटिका, सोमवार, 25 मई 2020, हल्द्वानी (सूचना)। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सर्किट हाउस में अधिकारियों की बैठक लेते हुये कहा कि उत्तराखण्ड में विभिन्न प्रान्तों से आ रहे प्रवासियों के आने के बाद से कोरोना पाॅजेटिव मामलोंं में वृद्धि हुुुई है। परंतु हमारी पूूूूूूरी तैयारी है। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रान्तों से उत्तराखण्ड के लोगों को लाने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है। पहले से ही अनुमान था कि बाहर से लोगों को लाने पर कोरोना संक्रमण के केस बढेंगे इसलिए सरकार पहले से ही तैयारियों में जुटी है। उन्होंने कहा कि सरकार हर परिस्थिति से लड़ने व निपटने के लिए तैयार व सक्षम है। समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह तथा वित्त एवं स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरेन्टीन किये गये व्यक्ति कोरेन्टीन के नियमों का पालन करें और जो कोरेन्टीन व्यक्ति कोरेन्टीन नियमों का पालन नहीं करते हैं उनसे सख्ती से पालन करवाया जाए। उन्होंने कहा कि संक्रमण का दौर है सभी जनता अपनी जिम्मेदारियों को समझें व इस लड़ाई में सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने जनपद में कोविड -19 में किये जा रहे कार्यो एवं व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से आधुनिकतम उपकरणों की व्यवस्था कर रही है। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सुशीला तिवारी चिकित्सालय को और अन्य उपकरणों व संसाधनो की आवश्यकता हो उसकी माँग तत्काल शासन को उपलब्ध करायें ताकि व्यवस्था की जा सके। उन्होेंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग हमारी फ्रंट लाइन वॉरियर टीम है इसलिए स्वास्थ्य कर्मी सहज व सक्रिय रहकर कार्य करें। उन्होेंने कि कहा मेडिकल वेस्ट का नियमानुसार डिस्पोज किया जाए। उन्होंने इस संक्रमण काल में आईएमए द्वारा दिये जा रहे सहयोग की सराहना की, इसके साथ ही प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा रात-दिन तत्परता के साथ जो सेवायें दी जा रही है वह भी प्रशंसनीय हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के लिहाज से आने वाले 10 दिन काफी अहम होंगे ऐसे में हमें एहतियात बरतने की जरूरत होगी तथा संयम से कार्य करने व रहने का समय है। उन्होंने कहा जिन्हें कोरेन्टाइन किया गया है अगर अगले 10 दिन तक उनकी रिपोर्ट नगेटिव आने के साथ ही उनमें दूसरे लक्षण भी नहीं दिखते है तो ऐसे लोगो को घर भी भेजा जा सकता है। उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा कि वह पूरी तत्परता कार्य कुशलता एवं निष्ठा के साथ संक्रमण काल मे टीम भावना के साथ दायित्यों का निर्वहन करें।
केबिनेट मंत्री श्री यशपाल आर्य एवं सांसद श्री अजय भटट ने कहा बाहर से आने वाले प्रवासियों से अपील की है कि वे कोरेन्टीन के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करें, नियम तोड़ने वालों से सख्ती से निपटने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग व अन्य विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा इस आपदा दौर मे किये जा रहे कार्यों की सराहना करते हुये उनकी भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता प्रत्येक आम नागरिक को बचाने की है।
मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि राज्य भर में अब तक 1.54 लाख लोग आ चुके हैं। जबकि देश के विभिन्न प्रान्तों से उत्तराखण्ड आने के लिए 2.47 लाख लोगों ने पंजीकरण कराया है। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रान्तों से लोगों का आना बढ़ रहा है इसलिए आने वाले समय में कोविड केयर चिकित्सालय में पर्याप्त व्यवस्थाओं के साथ ही कोरेन्टीन सेन्टर में भी पर्याप्त व्यवस्थायें रखी जांए। उन्होंने कहा कि होम एवं संस्थागत कोरेन्टीन किये गये व्यक्तियों की नियमित चैंकिंग की जाए तथा कोरेन्टीन का पालन कराया जाए जो कोरोन्टीन नियमों का पालन नहीं करता है उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए। मुख्य सचिव ने कोरेन्टीन सेन्टर व स्टेजिंग एरिया में साफ सफाई व्यवस्था, सेनेटाइजेशन आदि की व्यवस्थायें सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों का स्वास्थ विभाग द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण करने के उपरान्त ही उन्हें होम अथवा संस्थागत कोरेन्टीन किया जा रहा है। उन्होंने जनपद में प्रवासियों के सर्वलांस, स्कैनिंग,स्वास्थ्य परीक्षण एवं कोरेन्टीन पर नजर रखने हेतु जनपद में 27 आईडीएसपी टीमें, 84 वीआरटी, 126 सीआरटी, 30 आरआरटी की टीमें लगाई गई हैं जो सतत् निगरानी कर रही हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि एसटीएच को कोविड चिकित्सालय बनाया गया है। चिकित्सालय में 337 बैड आईसीयू, 220 बैड कोरोना पाॅजेटिव हेतु, 85 आईसोलेशन बैड तथा 35 बैड वेंटिलेटर हेतु बनाये गये हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान गम्भीर बीमारी के उपचार हेतु 6 प्राइवेट चिकित्सालय भी अधिगृहित किये गये हैं, जिनमें सरकारी अथवा आयुष्मान दरों पर ही ईलाज किया जा रहा है। अभी तक 20 गम्भीर बीमारी से ग्रसित लोगों का ईलाज किया जा चुका है। जनपद में 121 कोरेन्टीन सेंटर शहरीय व ग्रामीण इलाकों में संचालित हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि अभी तक जनपद मे 20465 पास जारी किये गये हैं, विभागीय निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिये गये हैं। जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों मे 7921 प्रवासी पहुँचे हैं, जिसमें से 5493 प्रवासी को होम कोरेन्टीन व 2428 को संस्थागत कोरेन्टीन किया गया है जबकि शहरी क्षेत्रों में 6479 प्रवासी विभिन्न प्रान्तों से पहुँचे हैं।
बैठक मे विधायक नवीन दुम्का, संजीव आर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया, उपाध्यक्ष आनन्द सिह दरम्वाल, मण्डी परिषद अध्यक्ष गजराज बिष्ट, जिलाध्यक्ष भाजपा प्रदीप बिष्ट, पीआरओ मुख्यमंत्री विजय बिष्ट, दर्जा धारी मंत्री प्रकाश हर्बोला, बहादुर सिंह बिष्ट, मेयर डॉ० जोगेेन्द्र पाल सिह रौतेला, प्रकाश रावत, सभापति मण्डी मनोज साह, रविन्द्र रैकुनी, तरूण बंसल, प्रदीप जनौटी, प्रमोद तोलिया के अलावा डीआईजी जगत राम जोशी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा, मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार, सीएमओ डॉ० भारती राणा, एमडी केएमवीएम रोहित मीणा, आरएफसी ललित मोहन रयाल, अपर जिलाधिकारी एसएस जंगपागी, केएस टोलिया, प्रधानाचार्य मेडिकल कालेज डॉ० सीपी भैसोडा, डॉ० अरूण जोशी. सिटी मजिस्टेट प्रत्यूष सिंह, श्रमायुक्त दीप्ति सिंह के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे। प्रस्थान से पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिह रावत ने स्टेजिंग एरिया अन्तर्राष्ट्रीय स्टेडियम गौलापार का निरीक्षण कर स्टेजिंग एरिया की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।