शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट का पार्थिव शरीर पहुँचा देहरादून
देश के जाबांज सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान के लिए शत शत नमन
देहरादून। शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट का पार्थिव शरीर जम्मू से सेना के विशेष विमान से देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुँचा । यहॉं से सेना के हेलीकॉप्टर से पार्थिव शरीर को देहरादून लाया गया। पार्थिव शरीर सैनिक सम्मान के साथ मिलिट्री हॉस्पिटल देहरादून लाया गया। पार्थिव शरीर को सोमवार सुबह 9 बजे तक मिलिट्री हॉस्पिटल देहरादून में ही रखा जाएगा तथा इसके उपरांत पार्थिव शरीर को सैनिक और राजकीय सम्मान के साथ शहीद के घर लाया जाएगा।
बता दें कि मेजर चित्रेश सिंह कश्मीर के राजौरी में शनिवार को आईईडी धमाके में शहीद हो गए। धमाका उस वक्त हुआ, जब वे आईईडी को डिफ्यूज कर रहे थे। मेजर चित्रेश भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से वर्ष 2010 में पासआउट हुए थे। वर्तमान में वह सेना की इंजीनियरिंग कोर में थे। पिता एसएस बिष्ट ने बताया कि चित्रेश तीन फरवरी को ही छुट्टी से ड्यूटी पर गए थे। इससे पहले वह मध्यप्रदेश के महू में ट्रेनिंग करने गए थे। 28 फरवरी को चित्रेश को शादी के लिए छुट्टी लेकर घर आना था।
उत्तराखंड का एक और लाल देश की रक्षा के लिए शहीद हो गया है। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मेजर चित्रेश बिष्ट की शहादत पर दुख जताया है।उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि “मैं चित्रेश के बलिदान को नमन करते हुए उनके परिजनों के प्रति सांत्वना व्यक्त करता हूं। साथ ही भरोसा दिलाता हूं कि दुख की इस घड़ी में पूरा देश उनके साथ खड़ा है।”
मूलरूप से अल्मोड़ा जिले के पिपली निवासी मेजर चित्रेश बिष्ट उर्फ सोनू का परिवार देहरादून के नेहरू कॉलोनी में रहता है। उनके पिता एसएस बिष्ट रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर हैं। बता दें कि चित्रेश की सात मार्च को शादी होनी थी, इसके लिए कार्ड भी छप चुके थे। शनिवार को चित्रेश के पिता शादी का कार्ड बांटकर घर लौटे थे, तभी उनको बेटे की शहादत की खबर मिली। शहादत की खबर मिलते ही परिवार के साथ साथ पूरे देहरादून में शोक की लहर फैल गयी तथा परिवार के साथ साथ सभी लोगों के ऊपर एक पहाड़ सा टूट पड़ा।
भारत माँ का एक वीर सपूत आज फिर शहीद हो गया। अब हर कोई आतंकवादियों व पाकिस्तान के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही चाहता है।
देश के जाबांज सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान के लिए शत शत नमन।
जय हिन्द। जय जवान।