मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में विकास कार्यों का किया निरीक्षण व समीक्षा, राममंदिर निर्माण की प्रगति का लिया जायजा
आकाश ज्ञान वाटिका, 20 मार्च 2021, सोमवार, अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को रामजन्मभूमि में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से पूछा कि, राममंदिर का भूतल (गर्भगृह) कब तक तैयार हो जाएगा ? कितना काम अभी और बाकी है ? रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कब करेंगे, तारीख तय की कि नहीं ? मुख्यमंत्री के सवाल पर ट्रस्ट के महासचिव ने उन्हें अपनी योजना से अवगत कराया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अयोध्या में विकास कार्यों का निरीक्षण व समीक्षा के साथ राममंदिर निर्माण की प्रगति देखी थी। कार्यदायी संस्था के अभियंताओं ने राममंदिर के लिए चल रहे कार्यों की प्रगति से सीएम को रू-ब-रू कराया। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी के बारे में उपरोक्त सवाल पूछे थे। उन्होंने यह भी पूछा कि स्थल कब तक तैयार हो जाएगा।
रामजन्मभूमि में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि हमने अपनी योजना से सीएम को अवगत करा दिया है। निर्धारित टाइमलाइन के अनुसार कार्य संतोषजनक तरीके से आगे बढ़ रहा है। दिसंबर 2023 तक भूतल यानी गर्भगृह बनकर तैयार हो जाएगा। कहा कि जब प्राण प्रतिष्ठा करनी होगी, उससे एक महीने, 15 दिन पहले तारीख घोषित कर दी जाएगी। पहले से तारीख घोषित करना ठीक नहीं है, कुछ लोग षड्यंत्र भी कर सकते हैं।
एक सवाल के जवाब में रामजन्मभूमि में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि काशी कॉरिडोर का उद्घाटन दिसंबर में हुआ था। मैंने काशी के विद्वानों से राय ली है। हम दिसंबर में भी प्राण प्रतिष्ठा कर सकते हैं। मकर संक्रांति के आसपास की तिथि भी प्राण प्रतिष्ठा के लिए देखी जा रही है। विद्वान व संत-धर्माचार्य जो मत देंगे, उसी के तहत योजना बनेगी।
गर्भगृह का काम तीव्र गति से चल रहा है : चंपत राय
रामजन्मभूमि में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि गर्भगृह का काम तीव्र गति से चल रहा है। बीम के सभी पत्थर निर्धारित ऊंचाई तक रखे जा चुके हैं। जो कुछ बचे हैं, वह जल्द ही निर्धारित ऊंचाई तक पहुंच जाएंगे। राममंदिर की सीढ़ियां भी तेजी से बन रही हैं। बताया कि उम्मीद है कि 15 दिन बाद बीम रखने का काम प्रारंभ कर दिया जाएगा। बीम ढालने के बाद छत ढालने का काम शुरू किया जाएगा।