देश के कई राज्यों में बाढ़ का कहर
नई दिल्ली, Weather Update केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात समेत देश के कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया है। इन राज्यों में अबतक बाढ़ की वजह से 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ के कारण लाखों लोग प्रभावित हुए हैं और हजारों लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि पिछले दो दिनों में महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक में मूसलधार बारिश होने से हालात और खराब हुए हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में इन सभी राज्यों के साथ गुजरात, पश्चिमी मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
सेना के जवानों ने केरल के बाढ़ प्रभावित जिले वायनाड में एक नवजात बच्चे का रेस्क्यू किया है। केरल के वायनाड में बाढ़ ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है।
महाराष्ट्र में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) का सांगली में बचाव अभियान जारी है। यहां लोगों को बाढ़ग्रस्त इलाके से निकाला जा रहा है। इस बीच एक बचाव दल केरल के मलप्पुरम के कवलप्परा पहुचा हैं जहां 8 अगस्त को भूस्खलन के बाद 30 से अधिक लोगों के लापता होने की आशंका है। खराब मौसम के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है।
महाराष्ट्र में भी भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। यहां कोल्हापुर में सभी 14 नौसेना दल 6 टॉड से कोल्हापुर के पास शिरोली गाँव (शिरोल ब्लॉक) में बचाव कार्य के लिए रवाना हो चुके हैं। कर्नाटक में बाढ़ से हालात खराब हो गए हैं। राज्य नागरिक सुरक्षा क्यूआरटी (क्विक रिएक्शन टीम) ने गडग जिले के होलीलुर गांव में बाढ़ के दौरान राहत और बचाव कार्य किया है।
भारतीय सेना बाढ़ के इन हालातों में लोगों की मदद के लिए पहुंच रही है। भारतीय सेना ने महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तरी केरल और तमिलनाडु में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लगभग 6000 लोगों को बचाया है और 15000 से अधिक लोगों को निकाला गया है। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए 4 प्रभावित राज्यों में 16 जिलों में 123 बचाव दल तैनात किए गए हैं।
बाढ़ से लाखों लोग हुए प्रभावित
प्रभावित राज्यों में अब तक लगभग एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बाढ़ में फंसे ढाई हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 30 पहुंच गई है। राज्य के सांगली जिले में बाढ़ से घिरे लोगों तक हेलीकॉप्टर की मदद से खाने के पैकेट पहुंचाए जा रहे हैं। केरल में अब तक 46 लोगों की जान गई है। 22 हजार से अधिक लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में भारी बारिश से पांच लोगों की मौत हुई है। महाराष्ट्र के सांगली और कोल्हापुर जिलों को राहत देने के लिए कर्नाटक ने अलमाटी बांध से अब तक साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी छोड़ा है।
एनडीआरएफ समेत सेना के तीनों अंगों को राहत और बचाव कार्य में लगाया गया है। केंद्र सरकार बाढ़ प्रभावित राज्यों के हालात पर नजर रखे हुए है। पीड़ित राज्यों को केंद्र ने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लगातार हालात की निगरानी कर रहे हैं और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे रहे हैं।
राहत और बचाव में जुटी भारतीय सेना और NDRF
एनडीआरएफ समेत सेना के तीनों अंगों को राहत और बचाव कार्य में लगाया गया है। केंद्र सरकार बाढ़ प्रभावित राज्यों के हालात पर नजर रखे हुए है। पीड़ित राज्यों को केंद्र ने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लगातार हालात की निगरानी कर रहे हैं और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे रहे हैं।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने शुक्रवार को एक हाई लेवल मीटिंग में इन राज्यों में बाढ़ से पैदा हुए हालात की समीक्षा की। मंत्रालय ने बताया कि बाढ़ प्रभावित केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात के लिए नेशनल डिसास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की 83 और टीमों को राहत और बचाव कार्य के लिए भेजा गया है। एक टीम में 45 सदस्य होते हैं। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित राज्यों में सेना, नौसेना, वायु सेना और कोस्ट गार्ड की 173 टीमें पहले से ही तैनात की गई हैं।
येदियुरप्पा बोले-केंद्र सरकार ने मदद का भरोसा दिलाया
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में बारिश और बाढ़ से खराब होते हालात से निपटने के लिए केंद्र ने हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया है। प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री को राज्य के हालात की जानकारी दी गई है।
गुजरात ने बांध के फाटक खोले
गुजरात ने नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध के 30 में से 26 फाटकों को खोल दिया है। ऐसा बांध में ज्यादा पानी आने के चलते किया गया है। इस मौके पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल भी मौजूद रहे।