मानसून काल में तेजी से फैल रहा आई फ्लू संक्रमण, जिला अस्पताल में रोजाना देखे जा रहे 30 से 40 मामले
आकाश ज्ञान वाटिका, बुधवार, 26 जुलाई 2023, देहरादून। मानसून काल में आँखों में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। कई स्कूलों के बच्चे बीमारी से पीड़ित हैं। जिला अस्पताल में वायरल कंजक्टिवाटिस के रोजाना 30 से 40 लोग पहुँच रहे हैं। जेएलएन जिला अस्पताल के वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ० प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया कि वायरल कंजक्टिवाइटिस आँख का संक्रमण है। इसके कारण कंजक्टिवा, पलकों के अंदर और आँख के सफेद हिस्से को ढकने वाली झिल्ली में सूजन और लाली हो जाती है। इसे अक्सर गुलाबी आँख कहा जाता है।
वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ० प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया कि आमतौर पर यह एडेनोवायरस के कारण होता है, जो अक्सर संक्रमित व्यक्ति की आँखों से निकलने वाले स्राव के संपर्क में आने से फैलता है। यह दूषित वस्तुओं जैसे तौलिया, वाश क्लाथ या आँखों के मेकअप के संपर्क से भी फैल सकता है।
वायरल कंजक्टिवाइटिस के लक्षण :
- आँखें लाल, सूजी और चढ़ी हुईं।
- आँखों से पानी या चिपचिपा पदार्थ निकलना।
- आँखों में जलन या खुजली महसूस होना।
- प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता।
- सुबह पलकों पर पपड़ी जमना।
वायरल कंजक्टिवाटिस से राहत के लिए करें ये उपाय :
- अपनी आँखों पर ठंडा सेक लगाना।
- कृत्रिम आँसुओं का प्रयोग करना।
- अपनी आँखें मलने से बचें।
वायरल कंजक्टिवाटिस होने पर इन बातों का रखें ध्यान :
- अपने हाथ बार-बार साबुन और पानी से धोएं।
- अपनी आँखों को छूने से बचें।
- रोग की स्थिति में आँखों के मेकअप से बचें।
- आँखों के संपर्क में आने वाली किसी भी सतह को साफ और कीटाणु रहित करें।
- दूसरों के साथ तौलिया, वाश क्लाथ या आँखों का मेकअप साझा करने से बचें।
- कांटेक्ट लेंस बाहर निकालें और निर्माता के निर्देशों के अनुसार साफ करें।
- संक्रमण की स्थिति में तैराकी से बचें।