द्रोणनगरी में गणेश उत्सव की धूम, विधि-विधान से करें प्रतिमा की स्थापना
देहरादून: गणेश चतुर्थी को लेकर श्रद्धालुओं में हर्षोल्लास का माहौल है। गणपति बप्पा के स्वागत के लिए जगह-जगह पंडाल सजाए गए हैं। बाजारों में लोग गणेश जी की प्रतिमाओं की खरीददारी कर रहे हैं। गुरुवार को विभिन्न मंदिर समितियों, क्षेत्रवासियों और संगठनों की ओर से गणेश प्रतिमा के साथ भव्य शोभा यात्रा निकालने के बाद उनकी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके लिए आकर्षक साज-सज्जा भी की गई है। विभिन्न तरह के फूलों और रोशनी से पंडाल सजाए गए हैं। घरों और मंदिरों में साफ-सफाई कर रंगोली बनाई जा रही है। 10 दिन चलने वाले उत्सव के बाद अनंत चतुर्थी के दिन गणपति की मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा।
मुंबई से मंगाई गणपति की प्रतिमा
मोती बाजार युवा समिति की ओर से गणेश उत्सव के लिए विशेष रूप से मुंबई से भगवान गणेश जी की छह फुट की प्रतिमा मंगाई गई है। समति के तरुण मारवाह और विशाल कुमार ने बताया कि प्रतिमा की कीमत 35 हजार रुपये है। भव्य शोभायात्रा के बाद गुरुवार को इन्हें स्थापित किया जाएगा। समिति के राकेश गिहारा ने बताया कि दस दिन तक रोजाना शाम को भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा।
यहां-यहां मनाया जाएगा उत्सव
गणपति युवा संगठन समिति की ओर से डांडीपुर, मन्नूगंज मनाया जाएगा। वहीं मालियान मोहल्ला समिति, सर्राफा मंडल देहरादून, गणेश उत्सव समिति धामावाला की ओर से उत्सव को पंडाल सजाए गए हैं। गणेश उत्सव समिति पटेल नगर और नागेश्वर महादेव मंदिर समति पटेलनगर की ओर से कलश यात्रा के बाद गणेश प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। पृथ्वीनाथ मंदिर में भी गणेश मूर्ति की सुबह के समय विशेष पूजा अर्चना की जाएगी।
विधि-विधान से करें स्थापना
ज्योतिषाचार्य डॉ. संतोष खंडूड़ी के अनुसार स्थापना के लिए सुबह 10:40 से दोपहर 2:51 बजे तक का समय उत्तम है। स्थापना के समय यह ध्यान रखें कि गणेश जी का मुंह दक्षिण दिशा की ओर न हो। लाल कपड़े या केले के पत्ते पर उन्हें स्थापित करें। धूप-दीप दिखाकर लाल सिंदूर, पान का पत्ता, सुपारी, मोदक और लड्डू चढ़ाएं। इस दौरान ऊं गं गणपतये नम: का 21 या 108 बार जाप करें। चंदन, अक्षत, दूर्बा अर्पित करें। इसके बाद विधिवत पूजा अर्चना कर उनका आशीर्वाद लें।