Breaking News :
>>महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर हुई हिंसा, कई इलाकों में अनिश्चितकाल के लिए लगाया कर्फ्यू>>सरकारी अधिसूचनाओं में विक्रम संवत एवं हिन्दू माह का होगा उल्लेख- मुख्यमंत्री धामी>>सरकारी योजनाओं का लाभ अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचाना ही हमारी मुख्य प्राथमिकता- मंत्री डॉ. धन सिंह रावत>>ऐसा कोई कार्य न करें, जिससे अराजकता और प्रदेश का माहौल खराब हो- अग्रवाल>>सीएम धामी ने ड्रग्स मुक्त उत्तराखंड बाइक रैली को किया रवाना >>सूबे के प्रत्येक ब्लॉक में बनेंगे कलस्टर विद्यालय- डॉ. धन सिंह रावत>>चंद्रमा का अध्ययन करने के लिए चंद्रयान-5 मिशन को केंद्र सरकार से मिली मंजूरी>>कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने देहरादून-पांवटा साहिब राजमार्ग के चौड़ीकरण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की>>पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने छोड़ा अपना सरकारी आवास>>प्रभास की फिल्म ‘बाहुबली’ एक बार फिर से देगी सिनेमाघरों में दस्तक, इस दिन होगी री-रिलीज>>पत्रकारों का हाउस टैक्स हो माफ, देहरादून के मेयर सौरभ थपलियाल को उत्तराखंड पत्रकार यूनियन ने सौंपा ज्ञापन>>क्या आपको भी हो रही है बार-बार एसिडिटी की समस्या, तो अपनी खानपान की आदतों में करें ये बदलाव, मिलेगी राहत>>प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफा देने के साथ ही धामी कैबिनेट में फेरबदल की जल्द संभावनाएं>>मार्ग चौड़ीकरण के नाम पर करीब 3300 पेड़ों को काटने के विरोध में सड़क पर उतरे पर्यावरण प्रेमी >>कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सीएम धामी को सौंपा इस्तीफा>>प्रदेश में पत्रकार साथियों के 100 मेधावी छात्र छात्राओं को प्रतिवर्ष नि:शुल्क उच्च शिक्षा देगा सीआईएमएस कालेज : ललित जोशी>>नैनीताल पहुंचे श्रद्धालुओं को कैंची धाम तक पहुंचने के लिए झेलना पड़ा 11 किमी लंबा जाम >>नग्न अवस्था में मिला बुजुर्ग महिला का शव, चेहरे पर मिले दांत काटने के निशान, जांच शुरू>>रजनीकांत की आगामी फिल्म ‘कुली’ की अमेजन प्राइम वीडियो के साथ हुई ‘ओटीटी’ डील, इतने करोड़ में खरीदे डिजिटल राइट्स>>स्थानीय लोगों के सुझाव से बनेगा हनोल टूरिस्ट डेस्टिनेशन प्लान 
देश

लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आशीष मिश्रा की जमानत रद्द, एक हफ्ते में करना होगा सरेंडर

आकाश ज्ञान वाटिका, 18 अप्रैल 2022, सोमवार, लखीमपुर खीरी। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा उर्फ टेनी के बेटे और लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को आज बड़ा झटका लगा है। इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने के फैसले के खिलाफ दायर याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट ने फैसले को पलट दिया है और जमानत को रद कर दिया है। इसके साथ ही कोर्ट ने आशीष मिश्रा को एक हफ्ते के अंदर सरेंडर करने को कहा है। कोर्ट ने फैसला सुनाने के बाद मामले को नए सिरे से सुनवाई के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट को वापस भेज दिया है।

कोर्ट ने 4 अप्रैल को फैसला रख लिया था सुरक्षित

जमानत रद करने की याचिका पर फैसला चीफ जस्टिस एनवी रमणा, जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस सूर्यकांत की पीठ ने सुनाया है। बता दें कि हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों द्वारा हाईकोर्ट के जमानत देने के फैसले को चुनौती दी गई थी। वहीं जस्टिस रमणा की पीठ ने सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फैसला चार अप्रैल को ही सुरक्षित रख लिया था। दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट के फैसले पर भी आपत्ति जताई थी जिसमें आरोपी आशीष मिश्रा को जमानत देने के लिए प्राथमिकी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ‘अप्रासंगिक’ जानकारी को आधार माना गया था।

उत्तर प्रदेश सरकार ने भी किया था जमानत का विरोध

उत्तर प्रदेश सरकार ने भी शीर्ष अदालत में आशीष मिश्रा की जमानत याचिका का पुरजोर विरोध किया था। हालांकि योगी सरकार वकील ने यह भी कहा था कि मामले से जुड़े गवाहों को व्यापक सुरक्षा प्रदान की गई है। उन्होंने कहा था कि आरोपी से गवाहों को हानी हो सकती है ऐसा कहना गलत है क्योंकि उन्होंने सभी की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।

विदित रहे कि मामले में हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों ने उच्च न्यायालय के जमानत आदेश पर रोक लगाने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। याचिका में कहा गया था कि यह फैसला कानून की नजर में सही नहीं है क्योंकि सरकार द्वारा कोई सार्थक और प्रभावी सहायता नहीं की गई है। हालांकि इससे पहले अधिवक्ता शिव कुमार त्रिपाठी और सीएस पांडा ने आशीष मिश्रा की जमानत रद करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी जिसपर शीर्ष अदालत ने स्वत: संज्ञान लिया था।

जानिए क्या है पूरा मामला

मामला बीते साल 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जिले में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इलाके के दौरे के दौरान हुई हिंसा का है। केशव प्रसाद के दौरे का कुछ किसान विरोध कर रहे थे जिसपर तेज स्पीड में एक एसयूवी कार चढ़ा दी गई थी और किसानों को कुचल दिया गया था। हिंसा के बाद गुस्साए किसानों ने एक ड्राइवर और दो भाजपा कार्यकर्ताओं की कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। आरोप है कि आशीष मिश्रा इस गाड़ी में सवार थे और उन्होंने ही ये साजिश के तहत किया था।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.
error: Content is protected !!