केदारखंड के साथ मानसखंड को भी ऊँचाई तक ले जायेंगे प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी को याद आया छोलिया नृत्य, झंगोरे की खीर ……..अरसे …….. सिंगोरी और बाल मिठाई
वाइब्रेंट विलेज योजना से रोकेंगे सीमान्त गाँवों का पलायन
आकाश ज्ञान वाटिका, गुरुवार, 12 अक्टूबर 2023, पिथौरागढ़। प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड के पारंपरिक भोजन, नृत्य, त्योहार, व मिठाइयों के नाम का सिलसिलेवार उल्लेख कर पहाड़ से पुराने नाते की याद ताजा कर जनसमूह को तालियाँ बजवाने पर मजबूर कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने एक ही सांस में पहाड़ी पांडव नृत्य, कौथिग, छोलिया, हरेला, फूलदेई, रम्माण, बग्वाल, रोट, अरसे, कफली, सिंगोरी, पकोड़े, झंगोरे की खीर, रायता, बाल मिठाई, सिंगोरी का उल्लेख कर उत्तराखण्ड की मजबूत सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख ही नहीं किया वरन यह भी कहा कि इन पहाड़ी मिठाइयों का स्वाद भला कौन भूल सकता है।
गुरुवार को कुमाऊँ दौरे की शुरुआत आदि कैलाश, पार्वती कुंड, सीमान्त गुंजी गाँव, सैनिकों व स्थानीय जनता से मेल मिलाप के साथ की। गाँव में स्थानीय जनता से उनका हाल जानने के बाद सैनिकों का भी खूब हौसला बढ़ाया। चंपावत के अद्वैत आश्रम से अपने जुड़ाव को याद किया। दोपहर को पिथौरागढ़ में विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए विपक्षी दल कांग्रेस के अभी तक किये गए प्रयासों पर प्रहार करते हुए सीमांत इलाके के लिए भाजपा सरकार की कोशिशों का खाका खींचा।
प्रधानमंत्री ने अपने 40 मिनट के सम्बोधन में जी 20, विदेशों में भारत का मान, संसद व विधानसभा में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण, OROP, चारधाम परियोजना, उड़ान सेवा, चंद्रयान व एशियाड में भारत के उल्लेखनीय प्रदर्शन का उल्लेख करते हुए उत्तराखण्ड के बैडमिंटन खिलाडी लक्ष्य सेन व वंदना कटियार की सफलता को भी रेखांकित किया। पीएम मोदी ने लक्ष्य सेन के परिवार की भेंट अल्मोड़ा की बाल मिठाई व सिंगोरी की भी याद दिलाई।
पीएम मोदी ने अपने इस दौरे में केदारखंड के साथ मानसखंड की कनेक्टिविटी से बेहतर होने वाले पर्यटन व्यवसाय की गणित भी जनता को खूब समझाई। मानसखंड को भी केदारखंड की ऊंचाई तक ले जायेंगे। मोदी ने कहा कि उनके यहां आने के बाद आदि कैलाश से लेकर जागेश्वर तक खूब धमधम होने वाली है। तैयारी करिये, मानसखंड में यात्रियों की संख्या बढ़ने वाली है। आदि कैलाश, ॐ पर्वत पार्वती कुंड के दर्शन को अब पर्यटक आयेंगे। उत्तराखण्ड से अपने पुराने कनेक्ट को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनके लिए न ही ये रास्ते नये हैं और न ही लोग नये हैं। आज भी लोग अपने दु:ख दर्द और खुशी की सूचना चिठ्ठी के जरिये देते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने वाइब्रेंट विलेज के तहत सीमान्त के गाँवों से हुए पलायन को रोकने की बात कही। उन्होंने कहा कि आज सीमान्त इलाके में कनेक्टिविटी बढ़ाने के साथ स्वरोजगार की भी नीतियां बनाई जा रही है। यह भी जोड़ा की पूर्व की सरकारों ने सीमान्त इलाके का इसलिए विकास नजों किया कि दुश्मन अंदर घुस आएगा। लेकिन हमने यह सोच बदली है। हम न तो किसी को डराते हैं और न ही डरते हैं।अब सीमान्त गाँवों को अंतिम नहीं देश का पहला गाँव माना है। महिला स्वंय सहायता समूह को मिलने वाले ड्रोन से विकास की नई इबारत लिखी जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने वाइब्रेंट विलेज के अलावा सेब बागान, पॉली हाउस पर खर्च होने वाले 1100 करोड़ की धनराशि और मोटा अनाज को बढ़ावा देने सम्बन्धी कार्यों का जिक्र कर भाजपा सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
इस दौरे में प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग 45 मिनट के भाषण में विपक्ष पर इशारों ही इशारों में प्रहार कर जनता को यह बताने में कोई गुरेज नहीं किया कि इस अमृत काल में बद्री-केदार व आदि कैलाश के आशीर्वाद से अपने संकल्पों को तेजी से पूरा करेंगे और 21वीं सदी के इस दशक को उत्तराखण्ड का बनायेंगे।