उत्तराखंड में सिटिंग सांसदों समेत भाजपा टिकट के 36 दावेदार
देहरादून। उत्तराखंड में लोकसभा की पांच सीटों के लिए प्रत्याशियों के चयन के मद्देनजर प्रदेश भाजपा ने कवायद शुरू कर दी है। पार्टी की प्रदेश चुनाव संचालन समिति की प्रांतीय कार्यालय में हुई बैठक में टिकट के लिए मौजूदा सांसदों समेत 36 दावेदार सूचीबद्ध किए गए।
इन नामों की भी छटनी कर हर सीट का पैनल तय करने के लिए मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष को अधिकृत किया गया। पैनल तैयार होने के बाद 15 मार्च को इन्हें केंद्रीय नेतृत्व को सौंपा जाएगा। संभावना है कि 16 मार्च को दिल्ली में होने वाली भाजपा की केंद्रीय चुनाव संचालन समिति की बैठक में विचार कर इसी दिन यहां के पार्टी प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया जाएगा। वहीं, तीन पूर्व मुख्यमंत्री, तीन कैबिनेट मंत्री और एक सांसद विभिन्न कारणों से बैठक में नहीं पहुंच पाए।
भाजपा की प्रदेश चुनाव संचालन समिति की बैठक में लोकसभा की सभी सीटों पर हुई दावेदारी कर रहे नेताओं के नाम पर चर्चा हुई। करीब दो घंटे तक हर दावेदार को विभिन्न कसौटियों पर परखा गया।
सूत्रों की मानें तो दावेदारों के 52 नाम आए थे, जिनमें से 36 को सूचीबद्ध किया गया। इनमें चार-पांच नाम गैर भाजपाई नेताओं के भी हैं। अब टिकट के इन दावेदारों में से भी शॉर्टलिस्ट कर हर सीट के लिए पैनल तैयार किए जाएंगे। पैनल तैयार करने को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को अधिकृत किया गया। वे विमर्श कर पैनल के नाम तय करेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष भट्ट की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश के लोकसभा चुनाव प्रभारी थावर चंद गहलौत, राष्ट्रीय सचिव तीरथ सिंह रावत, केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, राज्यमंत्री डॉ.धन सिंह रावत, विधायक हरबंस कपूर, प्रदेश महामंत्री खजानदास, नरेश बंसल व गजराज बिष्ट मौजूद थे।
बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, भुवन चंद्र खंडूड़ी व विजय बहुगुणा, सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, मदन कौशिक व डॉ.हरक सिंह रावत को भी भाग लेना था, मगर वह नहीं पहुंच पाए।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि हमने दावेदारों की सूची को सूचीबद्ध कर दी है। इसमें सिटिंग सांसद भी शामिल हैं। सूची को फिर से शॉर्ट लिस्ट कर पैनल तैयार किए जाएंगे। एक सीट के पैनल में अधिकतम पांच नाम रखे जाएंगे। पैनल 15 मार्च को दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व को सौंपा जाएगा।
उन्होंने यह भी स्वीकारा कि दावेदारी करने वालों में इक्का-दुक्का गैर भाजपाईयों के प्रार्थनापत्र भी आए हैं। हालांकि, नामों का खुलासा उन्होंने नहीं किया। तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों, तीन कैबिनेट मंत्रियों व सांसद के मौजूद न रहने के बारे में उन्होंने कहा कि ये सभी अलग-अलग कारणों से बाहर थे, लेकिन उनसे सुझाव ले लिए गए थे। उन्होंने कहा कि कोरम पूरा था, लिहाजा बैठक करने में कोई दिक्कत भी नहीं थी।
पूर्व सैनिकों के बहाने विधायक की भी दावेदारी
भाजपा में टिहरी लोकसभा सीट के लिए कई दावेदार सामने आ रहे हैं। कुछ समय पहले विधायक गणेश जोशी ने प्रेस वार्ता कर अपनी दावेदारी प्रस्तुत की थी। वहीं, अब पूर्व सैनिकों ने उनका नाम आगे बढ़ाया है। उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को पत्र भेजकर कहा है कि मसूरी विधायक गणेश जोशी को टिहरी लोक सभा से प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा जाए। इसकेपीछे उनके पूर्व सैनिक होने का तर्क दिया है।
पीबीओआर पूर्व सैनिक एसोसिएशन से जुड़े पूर्व सैनिकों ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को जो पत्र सौंपा है, उसमें कहा गया है कि राज्य की पहचान सैनिक बहुल प्रदेश के रूप में है। इसी को देखते हुए मसूरी विस क्षेत्र के विधायक गणेश जोशी को टिहरी लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया जाए।
यदि भाजपा सेना के एक रिटायर सिपाही को टिहरी से प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारती है तो पूर्व सैनिक पूरी शिद्दत के साथ उन्हें विजयी बनाएंगे। इसी तरह का एक पत्र गढ़वाल राइफल्स पूर्व सैनिक स्वायत्त सहकारिता संगठन ने भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को भेजा है।
विजय संकल्प रैली में दिखेगी युवा मोर्चा की ताकत
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुंदन लटवाल ने कहा कि आम चुनाव में युवाओं की अहम भूमिका है। ऐसे में युवा हर बूथ पर चुनाव तैयारी में जुट जाएं। इस मौके पर 17 मार्च को राजधानी में प्रस्तावित विजय शंखनाद रैली में 10 हजार युवाओं के शामिल होने की बात कही गई। इधर, युवा मोर्चा ने हर लोकसभा क्षेत्र में शंखनाद रैली आयोजित करेगा।
परेड ग्राउंड स्थित भाजपा महानगर कार्यालय में युवा मोर्चा की बैठक लेते हुए प्रदेश अध्यक्ष लटवाल ने केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियां जन-जन तक पहुंचाने की अपील की। महानगर अध्यक्ष श्याम पंत ने कहा कि शंखनाद रैली में बूथ से लेकर मंडल स्तर पर सभी कार्यकर्ता शामिल होंगे।
महानगर महामंत्री राजेश रावत ने कहा कि कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को केंद्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देंगे। महामंत्री राजेश रावत ने कहा कि युवा सम्मेलन में अभी तक 10 हजार कार्यकर्ताओं को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। इस मौके पर जितेंद्र रावत मोनी, नवीन ठाकुर, दीपक अग्रवाल, मंडल अध्यक्ष समीर डोभाल, हिमांशु गोगिया आदि मौजूद रहे।
सीएम भी होंगे रैली में शामिल
विजय शंखनाद रैली में अल्मोड़ा, बागेश्वर और हरिद्वार में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत शामिल होंगे। इसी तरह पिथौरागढ़ में वित्त मंत्री प्रकाश पंत, टिहरी में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, उत्तरकाशी में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डा.धनसिंह रावत, नैनीताल में परिवहन मंत्री यशपाल आर्य, हल्द्वानी में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, ऊधमसिंह नगर में सांसद भगत सिंह कोश्यारी, राज्य मंत्री रेखा आर्य, पौड़ी में वन मंत्री हरक सिंह रावत, चंपावत में खेल मंत्री अरविंद पांडेय शामिल होंगे। जबकि देहरादून में होने वाली रैली में प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, रुद्रप्रयाग में राज्य मंत्री आरडी रावत शामिल रहेंगे।