जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत बर्ड फ्लू के खतरे के दृष्टिगत सतर्क रहने के दिए निर्देश
आकाश ज्ञान वाटिका, 6 जनवरी 2021, बुधवार, देहरादून (जि.सू.का.)। बर्ड फ्लू (एविएन इन्फ्लून्जा) बिमारी के खतरे के दृष्टिगत जिलाधिकारी डाॅ० आशीष कुमार श्रीवास्तव ने जनपद में समस्त उप जिलाधिकारियों, वनाधिकारी,खाद्य सुरक्षा अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एवं सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने जनपद में कुक्कुट फर्मों का निरीक्षण करने, हाट, बाजारों, जलाशयों में उपलब्ध पक्षियों का निरीक्षण करते हुए कुक्कुट पक्षियों का सीरो सविलेन्स कराने के लिए प्रयोगशालाओं को भेजने के निर्देश मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दिए। उन्होंने वन विभाग एवं पशुपालन विभाग को समन्वय करते हुए प्रवासी पक्षियों तथा जलाशयों का निरीक्षण करने तथा जनपद में स्थित विभिन्न कुक्कुट फार्मों एवं जलाशयों पर बीमारी के दृष्टिगत सर्विलांस करवाने के निर्देश दिए। मुर्गी तथा अन्य पक्षियों में किसी प्रकार की अप्रत्याशित मृत्यु का संज्ञान लेते हुए मृत पक्षी को निकटतम प्रयोगशाला के माध्यम से जाँच हेतु एन.आई.एच.एस.ए.डी.एलं भोपाल भिजवाने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को बर्ड फ्लू की रोकथाम निगरानी हेतु टीम गठित करने के साथ ही प्रतिदिन बल्र्ड फ्लू की स्थिति की नियमित सूचना प्रेषित करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत बर्ड फ्लू के खतरे के दृष्टिगत सतर्क रहने तथा निगरानी कार्यों की निरन्तर समीक्षा करने, नगर निगम एवं नगर पालिका परिषदों को अपने-अपने क्षेत्रों में व्यापक साफ-सफाई एवं सेनिटाइजेशन कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने खाद्य सुरक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद में अवस्थित मांस की दुकानों पर किसी भी दशा में बीमार पशुओं का मांस न बेचा जाए यदि कोई पशु, पक्षी बीमार प्रतीत हो तो उसकी सूचना सम्बन्धित क्षेत्र के पशु चिकित्सक को दी जाए, साथ ही मांस की दुकानों का निरन्तर औचक निरीक्षण कर संज्ञान भी लिया जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि जनपद में कही पर भी पक्षियों के अप्रत्याशित रूप से मृत्यु की सूचना कन्ट्रोल रूम के दूरभाष नम्बर 0135-2712672 पर दी जाए साथ ही प्रवासी पक्षियों के प्रवास हेतु जनपद के प्रसिद्ध आसन बैराज पर विशेष चौकसी बरतने के निर्देश वन विभाग को दिए कहा कि वन क्षेत्र में आवश्यक निगहबानी भी बनाए रखे।