दूध बेचकर महिलाओं ने सीएम राहत कोष में एक लाख रुपये की धनराशि का सहयोग दिया
कोरोना से लड़ने के लिए मदद के लिए लगातार लोग आगे आ रहे है। दुग्ध संघ से जुड़ी महिलाओं ने एक दिन के दूध की कीमत से एकत्रित कर एक लाख रुपये दुग्ध संघ के माध्यम से सीएम राहत कोष में दान दी है।
कोरोना संकट से निपटने के लिए जनपद चमोली की दुग्ध समितियों एवं दुग्ध संघ ने सीएम राहत कोष में एक लाख रुपये की धनराशि का सहयोग दिया है। प्रबंधक दुग्ध संघ सिमली नरेश चन्द्र कुनियाल एवं सहायक निर्देश डेयरी राजेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि दुग्ध संघ के सदस्यों एवं जनपद में संचालित 59 दुग्ध समितियों की लगभग 700 महिला सदस्यों ने अपने एक दिन के दूध के भुगतान के रूप में मिलने वाली धनराशि सीएम राहत कोष के लिए दी है।
पाबौ बिंद्रा वृद्धाश्रम समिति ने दिया दान
पौड़ी जिले में बिंद्रा वृद्धाश्रम समिति पाबौ ने पीएम व सीएम राहत कोष में दान दिया है। समिति के पूर्व प्रबंधक प्रेमबल्लभ पुसोला ने बताया कि समिति ने तीन हजार तीन सौ तैंतीस पीएम राहत कोष व दो हजार दो सौ की धनराशि सीएम राहत कोष में जमा किया है। साथ ही पाबौ पुलिस को भी एक हजार एक सौ ग्यारह की धनराशि दी गई है।
इसके साथ ही समिति ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाबौ को भी कहा कि यदि 60 साल से ऊपर का बुजुर्ग कोरोना वायरस से संक्रमित आता है तो समिति उसके व तीमारदार के लिए निशशुल्क भोजन की व्यवस्था की जाएगी। कहा कि पाबौ अस्पताल में चिकित्सकों की कोई नई टीम आती है तो उसके लिए समिति अपने वृद्धाश्रम में कमरे, भोजन उपलब्ध करवाएगी। प्रादेशिक शिल्पकार कल्याण समिति ने भी 10 हजार की धनराशि सीएम राहत कोष में दी है।
कोरोना रोकने को किया हवन
कोटद्वार में एमकेवीएन सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने विद्यालय के स्थापना दिवस पर कोरोना महामारी के चलते दो वक्त की रोटी के लिए जरूरतमंद 220 परिवारों के लिए एक लाख दस हजार की धनराशि स्थानीय प्रशासन को दी। विद्यालय परिवार की ओर से कोरोना संक्रमण से विश्व को बचाने के लिए हवन भी किया गया।
विद्यालय के कार्यकारी निदेशक मयंक प्रकाश कोठारी ने बताया कि विद्यालय परिवार की ओर से दी गई धनराशि प्रशासन की ओर से 220 परिवारों में पांच सौ रूपए प्रति परिवार वितरित की जाएगी। विद्यालय परिवार की ओर से उक्त धनराशि का चैक एसडीएम योगेश मेहरा को सौंपा गया। इस मौके पर विद्यालय की उप निदेशक सोनम पंत, वीना बलूनी व विपिन जदली मौजूद रहे।