उत्तराखंड में अब मौसम का मिजाज लगा बदलने – होने लगी हल्की ठंड
आकाश ज्ञान वाटिका, 20 अक्टूबर 2020, मंगलवार। उत्तराखंड में अब मौसम का मिजाज बदलने लगा है। पहाड़ हो मैदान सुबह और शाम हल्की ठंड महसूस की जा रही है। वहीं, दिन के समय चटख धूप से गर्मी का अहसास भी हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड के प्रमुख शहरों का तापमान घटने लगा है। साथ ही मैदानी इलाकों में कोहरा भी पड़ेगा।
उत्तराखंड में अक्टूबर का महीना समाप्त होने की ओर बढ़ रहा है। वहीं, दिन के समय तापमान लोगों को गर्मी का एहसास करा रहा है। सूबे के ज्यादातर शहरों में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन-चार डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है। आने वाले दिनों में अब जल्द ही गिरावट की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, सूबे में मौसम का मिजाज भी बदलना शुरू हो गया है। अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। इसी के साथ मैदानी इलाकों में कोहरे के असर भी बढ़ गए हैं।
ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर तोताघाटी में पहाड़ में फंसी चट्टानें हटाने का काम शुरू
ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर तोताघाटी के पास पहाड़ में फंसी चट्टानों को अब निकाला जाएगा। सोमवार को एसडीएम कीर्तिनगर ने निरीक्षण के दौरान एनएच अधिकारियों को पहाड़ से चट्टानें निकालने के निर्देश दिए। सोमवार रात से काम शुरू होगा। संभवत: मंगलवार दोपहर को भी तोताघाटी से वाहनों को गुजरने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर तोताघाटी में मलबा हटाकर एनएच ने यातायात तो शुरू कर दिया लेकिन पहाड़ के ऊपर फंसी चट्टानें अभी भी खतरा बनी थी। ‘दैनिक जागरण’ ने सोमवार के अंक में इस संबंध में खबर प्रकाशित की थी। सोमवार को एसडीएम कीर्तिनगर आकांक्षा वर्मा और जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम ने तोताघाटी का निरीक्षण किया और पाया कि वहां पर पहाड़ में फंसी चट्टानें कभी भी नीचे गिरकर वाहनों के लिए खतरा बन सकती हैं। ऐसे में उन्होंने एनएच अधिकारियों को चट्टानें हटाने के निर्देश दिए। एसडीएम ने बताया कि सोमवार रात से ही वहां पर चट्टानें हटाने का काम शुरू कर दिया गया है।
अगर कुछ काम बाकी रहता है तो संभवत: मंगलवार को दिन में भी यातायात बंद रखा जाएगा। वाहनों और यात्रियों की सुरक्षा हमारे लिए सबसे पहली प्राथमिकता है। बीते मार्च में लॉकडाउन के बाद से ही तोताघाटी के पास मलबा आने के कारण सड़क बंद थी, जिसे 17 अक्टूबर को एनएच ने कड़ी मेहनत के बाद मलबा हटाने के बाद खोला था और वाहनों का संचालन शुरू कराया था।