उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं हेतु चयनित उत्तम प्रविष्टियों के विजेताओं को किया गया पुरस्कृत
आकाश ज्ञान वाटिका, 29 दिसम्बर 2020, मंगलवार, नैनीताल (सूचना)। उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल द्वारा माननीय उच्च न्यायालय परिसर में चित्रकला, कविता, निबन्ध प्रतियोगिता हेतु चयनित उत्तम प्रविष्टियों के विजेताओं हेतु सम्मान एवं पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया।
उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य-सचिव व जिला जज श्री आर.के. खुल्बे द्वारा बताया गया कि “संविधान दिवस” के उपलक्ष्य पर 9 नवम्बर से 20 नवम्बर 2020 की अवधि के मध्य “मौलिक कर्तव्य और नागरिकों के कर्तव्य” विषयक ऑनलाईन “चित्रकला कविता निबन्ध” प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिसका मुख्य उद्देश्य बच्चों में भारतीय संविधान एवं मौलिक कर्तव्यों के प्रति जागरूकता एवं साक्षरता उत्पन्न करना था।
जिला जज श्री आर. के. खुल्बे ने बताया गया कि इस प्रतियोगिता हेतु दो श्रेणियाँ क्रमशः प्रथम श्रेणी कक्षा 6 से 8 या आयु वर्ग 10 से 14 वर्ष तथा द्वितीय श्रेणी कक्षा 9 से 12 या आयु वर्ग 15 से 18 वर्ष निर्धारित की गयी थी, जिसमें कुल 90 विद्यालयों से 600 प्रविष्टियाँ ऑनलाईन माध्यम से प्राप्त हुयी थी। जिनका मूल्यांकन अध्यापकों की एक कमेटी के द्वारा किया गया तथा कक्षा 6 से 8 एवं कक्षा 9 से 12 श्रेणी वर्ग में चित्रकला, कविता, निबन्ध में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय अर्थात् कुल 18 प्रविष्टियाँ चयनित की गयी। श्री आर.के. खुल्बे द्वारा बताया गया कि कार्यक्रम में सम्मान एवं पुरस्कार वितरण माननीय न्यायमूर्ति श्री रवि मलिमठ, माननीय कार्यवाहक मुख्य न्यायमूर्ति, मा० उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय एवं माननीय कार्यपालक अध्यक्ष, उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल के कर कमलों द्वारा माननीय न्यायमूर्ति श्री लोक पाल सिंह की गरिमामय उपस्थिति में किया गया।
सम्मान एवं पुरस्कार वितरण समारोह में विजेताओं को प्रमाण पत्र के साथ ट्राॅफी तथा नकद इनाम से सम्मानित किया गया। जिसमें प्रथम विजेता को रूपये 5,000, द्वितीय विजेता को रूपये 3,000 तथा तृतीय विजेता को रूपये 2,000 का नकद इनाम दिया गया।
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कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए माननीय न्यायमूर्ति श्री रवि मलिमठ, माननीय कार्यवाहक मुख्य न्यायमूर्ति, मा० उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय एवं माननीय कार्यपालक अध्यक्ष, उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल द्वारा उपरोक्त कार्यक्रम के माध्यम से सम्बोधित करते हुए कहा कि ऐसे जागरूकता कार्यक्रम बच्चों के ज्ञान एवं विकास के लिए अति आवश्यक है ताकि उनको राष्ट्रीय एकता, अखंडता, सामंजस्य एवं भाईचारा का महत्व प्राप्त हो सकें। उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य-सचिव व जिला जज श्री आर.के. खुल्बे द्वारा बताया गया कि वर्तमान समय में कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए जनपद नैनीताल के विजेताओं को उक्त कार्यक्रम में प्रतिभाग करने के लिए आमंत्रित किया गया। अन्य विजेताओं एवं प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र, ट्राॅफी तथा नकद इनाम उनके निवास स्थान के जनपदों में दिया जायेगा। इसके अलावा अन्य प्रतिभागी गणों को भी प्रमाण पत्र संबन्धित छात्रों के जनपदों में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय के माध्यम से दिये जायेंगे। उक्त कार्यक्रम की सीधा प्रसारण (Live Streaming) यूट्यूब (YouTube) के माध्यम से की गयी।
मंगलवार की सांय माननीय उच्च न्यायालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में कविता लेखन के लिए प्रथम पुरस्कार मिशवाह नाज जी.आई.सी. कासिमपुर हरिद्वार को, द्वितीय पुरस्कार रिया जोशी वियरशिबा सिनियर सेकेन्डरी स्कूल हल्द्वानी तथा तृतीय पुरस्कार कोमल बिष्ट एम.एल.एस. बाल विद्या मन्दिर नैनीताल को दिया गया। चित्रकला के लिए प्रथम पुरस्कार हिमांशु जोशी जी.यू.पी.एस. दीना हल्दूचैड हल्द्वानी को, द्वितीय पुरस्कार हिमानी बिष्ट जवाहर नवोदय विद्यालय रामनगर तथा तृतीय पुरस्कार भूमिका जोशी चिल्ड्रन एकेडमी को दिया गया। इसी प्रकार निबन्ध लेखन प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार राधिका नौटियाल गणेश दत्त गोस्वामी विद्यालय उत्तरकाशी, द्वितीय पुरस्कार रेशमा गडिया जी.आई.सी. तलवाड़ी जिला चमोली तथा तृतीय पुरस्कार मानवी नगरकोटी हिमालयन सेन्ट्रल स्कूल बागेश्वर को प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में माननीय उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय के महानिबन्धक श्री धनंजय चतुर्वेदी एवं अन्य निबन्धक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी मौ० यूसुफ द्वारा किया गया।