उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने दिया इस्तीफा
आकाश ज्ञान वाटिका, 8 सितम्बर, बुधवार, देहरादून। उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। राज्यपाल के सचिव बीके संत ने इसकी पुष्टि की है। बेनी रानी मौर्य उत्तराखंड की राज्यपाल के तौर पर बीती 26 अगस्त को अपने तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी हैं।
दो दिन पहले नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात के बाद से ही उनके इस्तीफा देने की चर्चाएं तेज होने लगी थीं। उन्हें उत्तर प्रदेश बीजेपी में बड़ी जिम्मेदारी देने की चर्चाएं हैं।
वहीं, अब प्रदेश के नए राज्यपाल की जिम्मेदारी किसे मिलेगी इसको लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है।
महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने पर दिया जोर
- हाल ही में बेबी रानी मौर्य राज्यपाल पद पर तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद मीडिया से रूबरू हुई थीं। उन्होंने प्रदेश में महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के मुद्दों पर जोर दिया था। उनका कहना था कि प्रदेश की महिलाएं मेहनती और जुझारू हैं। महिलाओं को राजभवन से जो बेहतर सहयोग किया जा सकता है उसके लिए आगे भी ठोस प्रयास किए जाएंगे।
उत्तराखंड की दूसरी महिला राज्यपाल थीं बेबी रानी मौर्य
- तीन साल पहले उत्तराखंड में राज्यपाल की कमान संभालने वालीं आगरा निवासी बेबी रानी मौर्य प्रदेश की दूसरी महिला राज्यपाल थीं। उनसे पहले मारग्रेट आल्वा प्रदेश की राज्यपाल रह चुकी थीं।
बता दें कि बेबी रानी मौर्य ने 27 अगस्त 2018 को उत्तराखंड के राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी। अपने तीन साल के कार्यकाल के बाद उन्होंने आज आठ सितंबर को पद से इस्तीफा दे दिया। बेबी रानी मौर्य उत्तराखंड की दूसरी महिला राज्यपाल थीं।
[box type=”shadow” ][highlight]बेबी रानी मौर्य का संक्षिप्त जीवन परिचय[/highlight]
शैक्षणिक योग्यता: एमए, बीएड।
पति का नाम: प्रदीप कुमार (पूर्व डायरेक्टर एवं सीनियर मैनेजर पंजाब नेशनल बैंक) पता-4/ए, करियप्पा रोड आगरा।
1995 से 2000 तक आगरा की महापौर।
वर्ष 1997 में वर्तमान राष्ट्रपति और तत्कालीन भाजपा राष्ट्रीय अनुसूचित मोर्चा अध्यक्ष रामनाथ कोविंद के साथ कोषाध्यक्ष रहीं।
वर्ष 2002 में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य।
18 वर्षों से नव चेतना जागृति संस्था के माध्यम से दलित व पिछड़ी महिलाओं को जागरूकता करने व न्याय दिलाने का कार्य।
वर्ष 1996 में समाज रत्न, 1997 में उत्तरप्रदेश रत्न और 1998 में नारी रत्न से सम्मानित।।
27 अगस्त 2018 को उत्तराखंड के राज्यपाल पद की शपथ ली। 8 सितंबर 2021 को पद से इस्तीफा दिया।[/box]