उत्तर प्रदेश सरकार ने साढ़े चार वर्ष की उपलब्धियों के आंकड़े जुटाना किये शुरू
आकाश ज्ञान वाटिका, 6 सितम्बर, 2021, सोमवार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश योगी सरकार के पांच वर्ष पूरे होंगे, तब तक चुनाव आचार संहिता लागू हो चुकी होगी। ऐसे में सरकार ने साढ़े चार वर्ष की उपलब्धियों के आंकड़े जुटाना शुरू कर दिया है। अब तक दी गई नौकरियों से लेकर विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी और विकास कार्यों का ब्योरा सभी विभागों से मांगा गया है।
उपलब्धियों की यही किताब लेकर भाजपा चुनाव मैदान में उतरेगी।
योगी सरकार के साढ़े चार वर्ष इसी माह पूरे हो रहे हैं। अब यही मौका है कि आचार संहिता लागू होने से पहले सरकार अपनी उपलब्धियां गिनाने के लिए कोई आयोजन कर पाए। इधर, विपक्षी दल बेरोजगारी को खास तौर पर मुद्दा बनाना चाहते हैं। विकास को लेकर भी सवाल खड़ा कर रहे हैं। विपक्ष के हमलों का तथ्य और तर्कों से जवाब देने की तैयारी सरकार ने शुरू कर दी है।
उत्तर प्रदेश सरकार के अधीन सभी विभागों से अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग को दी गई नौकरियों के बारे में जानकारी मांगी गई है। विभागाध्यक्षों से पूछा गया है कि समूह क, ख, ग व घ वर्ग में कितने युवाओं को नौकरियां दी गई हैं। यह ब्योरा निर्धारित प्रारूप पर लिया जा रहा है। यह आंकड़े भी मांगे हैं कि इन वर्गों के कितने पद रिक्त हैं और इन्हें भरने की दिशा में क्या हो रहा है।
योगी सरकार दावा करती है कि उत्तर प्रदेश में विभिन्न वर्गों के 4.15 लाख युवाओं को नौकरियां दी चुकी हैं। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग जल्द ही 25 हजार पदों पद भर्ती प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। इसी तरह सरकार जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों का आंकड़ा जुटा रही है। लोक निर्माण विभाग, उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण, जल शक्ति विभाग, कृषि विभाग सहित सभी विभागों से साढ़े चार वर्ष में कराए गए विकास कार्यों का विस्तृत ब्योरा तलब किया है। इसकी एक बुकलेट तैयार कराई जाएगी।
सरकार की उपलब्धियों पर आधारित ऐसी किताब जिला या विधानसभावार भी बनाई जा सकती है। फिर उन्हीं तथ्यों के साथ भाजपा चुनाव में मंच से विपक्ष पर वार करेगी। अपर मुख्य सचिव, सूचना नवनीत सहगल के अनुसार सरकार के साढ़े चार वर्ष 19 सितंबर को पूरे हो रहे हैं। सभी विभागों से उनकी उपलब्धियों का ब्योरा मांगा गया है।
योगी सरकार के साढ़े चार वर्ष 19 सितंबर को पूरे हो रहे हैं। चूंकि, चार वर्ष पूरे होने पर कोरोना संक्रमण के कारण कोई बड़ा आयोजन नहीं हो सका था, इसलिए चुनाव से पहले अब खास कार्यक्रम की तैयारी है। सूत्रों ने बताया कि 19 से 25 सितंबर तक राजधानी से लेकर जिलों तक में भी उपलब्धियों के कार्यक्रम होंगे। 25 सितंबर को लखनऊ में भव्य आयोजन होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हो सकते हैं। भाजपा संगठन की ओर से भी प्रदेश से जिला स्तर तक कार्यक्रम किए जा सकते हैं।