ग्लेशियर के पिघलने से ट्रैक बाधित, गोमुख से आगे पर्यटकों की आवाजाही पर रोक
उत्तरकाशी: गोमुख के पास से तपोवन-नंदनवन जाने वाला रास्ता ग्लेशियर का कुछ हिस्सा पिघलने के साथ ही बंद हो गया है। पर्वतारोही दल को भी करीब दस मीटर के हिस्से में रस्सी बांधकर आगे बढ़ना पड़ रहा है। इसे देखते हुए गंगोत्री नेशनल पार्क प्रशासन ने तपोवन, नंदनवन आदि स्थानों की सैर करने वाले पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। पर्यटक केवल गोमुख तक ही जा पा रहे हैं।
गंगोत्री नेशनल पार्क के रेंज अधिकारी प्रताप सिंह पंवार ने बताया कि तपोवन, नंदनवन व वासुकीताल का रास्ता गोमुख के पास बंद हो गया है। केवल पर्वतारोही दल ही रोप बांधकर अपनी जिम्मेदारी पर आगे जा रहे हैं। लेकिन, सामान्य पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है, वैकल्पिक मार्ग तैयार होने तक जारी रहेगी।
उन्होंने बताया कि भोजवासा के पास ट्रॉली का निर्माण किया जा रहा है, जो 15 दिनों में पूर्ण हो जाएगा। इसके बाद सामान्य पर्यटक भी तपोवन की आवाजाही कर सकेंगे।
विदित हो कि गोमुख के पास खड़ी पहाड़ी से लगे ग्लेशियर के एक हिस्से के सहारे पर्यटक तपोवन, नंदनवन आदि स्थानों को जाते थे। लेकिन, ग्लेशियर का यह हिस्सा पिघल चुका है। ऐस में केवल पर्वतारोही दल ही यहां पर रस्सी बांधकर आगे जा पा रहे हैं।
सामान्य ट्रैकिंग करने वाले पर्यटकों के लिए यह मुश्किल है। इसलिए गंगोत्री नेशनल पार्क ने उनके आगे बढ़ने पर रोक लगाई है। रेंज अधिकारी ने बताया कि भोजवासा के पास नदी में ट्रॉली लगाने के लिए सामान पहुंच चुका है।