मुख्यमंत्री के रूप में जिस तरह युवा पुष्कर सिंह धामी को कमान सौंपी, उससे विपक्षी दल में खलबली
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अब सीधे कांग्रेस के निशाने पर हैं। भाजपा ने दो मुख्यमंत्री बदलने के बाद तीसरे मुख्यमंत्री के रूप में जिस तरह युवा पुष्कर सिंह धामी को कमान सौंपी है, उससे प्रमुख विपक्षी दल में अंदरखाने खलबली है। पार्टी के युवा नेताओं और विधायकों में भी भाजपा की इस रणनीति से छटपटाहट महसूस की जा रही है। ऐसे में कांग्रेस अब सीधे मुख्यमंत्री धामी और सरकार पर हमला बोलने की तैयारी में है।
2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही तैयारी प्रारंभ कर दी हैं। एकदूसरे की रणनीतिक काट के लिए दोनों ही दलों की ओर से बड़े फेरबदल को अंजाम दिया जा चुका है। भाजपा ने धामी को मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस के लिए नई चुनौती पेश कर दी है। कुमाऊं मंडल से युवा नेतृत्व को आगे करने के कदम को भाजपा अपना मास्टर स्ट्रोक मान रही है। हालांकि धामी की काट के तौर पर कांग्रेस नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में गणेश गोदियाल को आगे कर चुकी है, लेकिन विधायकों के साथ ही युवा वर्ग में आगे बढ़ने को लेकर नया जोश उछाले मारने से पार्टी के भीतर खुशी के साथ उम्रदराज नेताओं में बेचैनी भी दिखाई दे रही है।
प्रमुख विपक्षी दल ने भाजपा की इस दांव पर अपने ही अंदाज में नए तरीके से प्रहार शुरू कर दिए हैं। दो मुख्यमंत्रियों को बदलने के मुद्दे पर कांग्रेस हमलावर है ही, अब पुष्कर सिंह धामी की मुश्किलों में इजाफा करने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। धामी सरकार के कदमों पर बारीक नजर रखी जा रही है। मुख्यमंत्री धामी के एक माह के कार्यकाल पर भी कांग्रेस जमकर निशाना साध चुकी है। महज एक माह में लिए गए धामी सरकार के फैसलों पर भी कांग्रेस प्रहार करने का मौका चूक नहीं रही है। साथ ही नए तेवरों के साथ सड़कों पर भी उतरने की तैयारी है।