Breaking News :
>>भारत निर्वाचन आयोग ने किया नई मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन>>दरियादिली और नेकी के जरिए गरीबों के मसीहा बन चुके सोनू सूद की फिल्म ‘फतेह’ का दूसरा ट्रेलर जारी >>सूचना आयुक्त विपिन चन्द्र को मुख्य सूचना आयुक्त का प्रभार मिला>>कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने भाजपा प्रत्याशियों के चुनाव कार्यालयों का किया शुभारम्भ >> माता-पिता से संपत्ति लेने के बाद उन्हें ठुकराने वालों को चुकानी होगी बड़ी कीमत, सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया फैसला >>सीएम धामी ने पीएम मोदी को राष्ट्रीय खेल आयोजन में आने का दिया निमंत्रण >>दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले महाकुंभ में श्रद्धालुओं को प्रयागराज में डुबकी लगाने के लिए मिलेगा भरपूर जल >>देहरादून समेत चार जिलों में बिजली की गड़गड़ाहट के साथ बारिश की संभावना, चार डिग्री सेल्सियस तक तापमान गिरने के भी आसार>>ठंड से अकड़ते पैरों को राहत दिलाने में इन योगासनों से मिलेगी मदद>>नाबालिग खिलाड़ी ने अपने कोच पर लगाया दुष्कर्म का आरोप, कोच को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू >>अजेंद्र अजय ने बीकेटीसी को दिया नया आयाम>>साइबर क्राइम और मिस इनफॉर्मेशन पर पी आर एस की कॉन्फ्रेंस>>दून-मसूरी पैदल ट्रैक के नैचुरल लुक को बरकरार रखा जाय- सीएम धामी>>कॉमन सर्विस सेंटर किसी भी धोखाधड़ी गतिविधि में शामिल न हों – सीएस>>सीएम धामी ने शहंशाही आश्रम से – झड़ीपानी पैदल रूट को नापा>>बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण का आज जन्मदिन, जानिए उनके करियर और पर्सनल लाइफ से जुड़ी खास बातें>>लगातार चलेंगे मतदाता जागरूकता कार्यक्रम- मुख्य निर्वाचन अधिकारी>>सेना का वाहन खाई में गिरा, चार सैनिकों की मौत >>यूएलएमएमसी ने बनाई यूपी के लिए डीपीआर>>ऑस्ट्रेलिया ने भारत को आखिरी टेस्ट मैच में छह विकेट से हराया, 3-1 से सीरीज की अपने नाम 
उत्तराखण्ड

राज्य सरकार ने इस साल 3100 मीट्रिक टन मंडुआ खरीदा

किसानों से 4200 प्रति कुंतल के मूल्य पर मंडुआ खरीदा

राज्य भर में 270 केंद्रों के जरिए हुई मंडुआ की खरीद

देहरादून। कुछ समय पहले तक उपेक्षित रहने वाला मंडुआ अब हाथों हाथ बिक रहा है। राज्य सरकार ने ही इस साल विभिन्न सहकारी और किसान संघों के जरिए उत्तराखंड के किसानों से 3100 मीट्रिक टन से अधिक मंडुआ खरीदा है। सरकार ने इस साल किसानों को मंडुआ पर 4200 प्रति कुंतल का समर्थन मूल्य भी दिया है।

उत्तराखंड के सीढ़ीदार खेतों में परंपरागत रूप से मंडुआ की खेती होती रही है। लेकिन कुछ साल पहले तक मंडुआ फसल उपेक्षा का शिकार रहती थी, जिस कारण किसानों का भी मंडुआ उत्पादन के प्रति मोह भंग होने लगा था। लेकिन केंद्र और उत्तराखंड सरकार द्वारा अब मिलेट्स फसलों को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिस कारण उत्तराखंड में मंडुआ उत्पादक क्षेत्र के साथ ही उत्पादन भी बढ़ रहा है। मौजूदा सरकार ने मंडुआ उत्पादक किसानों को प्रोत्साहन देने के लिए सबसे पहले 2022 इसे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत के तहत, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदना शुरू किया। साथ ही उपभोक्ताओं तक मिलेट्स उत्पाद पहुंचाने के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली से लेकर मिड डे मील और आंगनबाड़ी केंद्रों के पोषण कार्यक्रम में इसे शामिल किया गया। इसी तरह सरकार ने स्टेट मिलेट मिशन शुरू करते हुए, उत्पादन बढ़ाने के साथ ही, मिलेट्स उत्पादों को अपनाने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार, किसानों से खरीद से लेकर भंडारण तक की मजबूत व्यवस्था तैयार की। वहीं किसानों को बीज, खाद पर अस्सी प्रतिशत तक सब्सिडी दी गई।

270 केद्रों के जरिए खरीद
सरकार ने दूर दराज के किसानों से मंडुआ खरीदने के लिए बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों और किसान उत्पादक संगठनों के सहयोग से जगह – जगह संग्रह केंद्र स्थापित किए। इस प्रयोग की सफलता की कहानी यूं कही जा सकती है कि 2020-21 में जहां इन केंद्रों की कुल संख्या 23 थी जो 2024-25 में बढ़कर 270 हो गई है। इन केद्रों के जरिए इस साल उत्तराखंड के किसानों से 3100.17 मीट्रिक टन, मंडुआ की खरीद की गई, इसके लिए किसानों को 42.46 प्रति किलो की दर से समर्थन मूल्य दिया गया। सरकार ने मंडुआ खरीद में सहयोग देने के लिए किसान संघों को 150 रुपए प्रति कुंतल और बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों को प्रति केंद्र 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की। साथ ही सुनिश्चित किया गया कि केंद्रों का भुगतान 72 घंटे में कर दिया जाए।

समर्थन मूल्य में 68 प्रतिशत का उछाल
प्रदेश में 2021-22 में मंडुआ समर्थन मूल्य कुल 2500 प्रति कुंतल था, जो 2024-25 में 4200 प्रति कुंतल हो गया है। इस तरह दो साल के अंतराल में ही समर्थन मूल्य 68 प्रतिशत बढ़ गया है। किसानों तक इसका लाभ पहुंचने से मंडुआ उत्पादन क्षेत्र भी बढ़ रहा है। इसके साथ ही सरकार ओपर मार्केट और हाउस ऑफ हिमालय के जरिए भी मंडुआ उत्पादों को प्रोत्साहन दे रही है।

उत्तराखंड में मंडुआ परंपरागत तौर पर उगाया जाता है। यह पौष्टिक होने के साथ ही आर्गेनिक भी होता है। इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मिलेट्स उत्पादों को बढ़ावा दिए जाने के बाद भी मंडुआ की मांग बढ़ी है। इसलिए राज्य सरकार सीधे किसानों से मंडुआ खरीद करते हुए, उत्पादन बढ़ाने पर जोर दे रही है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री 

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!