प्रधानमंत्री ने कहा : विकास के नवरत्नों से बदलेगी देवभूमि की तस्वीर
नवरत्नों की माला पिरोने वाले इंफ्रा प्रोजेक्ट्स को धामी जी प्रदान कर रहे नवीन ऊर्जा : प्रधानमंत्री
आकाश ज्ञान वाटिका, गुरूवार, 25 मई 2023, देहरादून। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज देवभूमि उत्तराखंड को वंदे भारत एक्सप्रेस के रूप में एक बड़ा तोहफा दिया, इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड के विकास के लिए निर्धारित उन नौ रत्नों का भी खुलकर जिक्र किया जिसके जरिए “डबल इंजन” की सरकार पहाड़ी राज्य की तकदीर और तस्वीर दोनों बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि हमारी सरकार का पूरा जोर, “विकास के नवरत्नों पर है”। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, “नवरत्नों की माला को पिरोने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर के जो प्रोजेक्ट यहाँ चल रहे हैं, उन्हें भी धामी सरकार ने नई ऊर्जा दी है।”
देवभूमि उत्तराखंड से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष लगाव किसी से छुपा नहीं है। उनका बार-बार उत्तराखंड आना और देवभूमि के विकास के प्रति उनके विचार एवं गतिमान व प्रस्तावित योजनायें यह बताने के लिए पर्याप्त हैं कि अपने मुखारबिंद से उनका यह कहना कि “ये दशक उत्तराखंड का दशक होगा”, यह सब आज वास्तव में धरातल पर परिलक्षित हो रहा है।
आज वंदे भारत एक्सप्रेस के शुभारंभ के अवसर पर भी उन्होंने “ये दशक उत्तराखंड का दशक” होगा वाली पंक्तियों को न केवल दोहराया बल्कि यह भी बताया कि किस तरह ये दशक उत्तराखंड का दशक होने जा रहा है। उन्होंने विकास के नवरत्नों पर विस्तार से बोलते हुए बताया कि किस तरह विकास के नवरत्न के तहत चल रहे कार्य उत्तराखंड के लिए आने वाले दिनों में कितने अहम साबित होंगे।
ये हैं विकास के नवरत्न
पहला रत्न : केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम में 1300 करोड़ रुपए से पुनर्निर्माण का कार्य।
दूसरा रत्न : ढाई हजार करोड़ रुपए की लागत से गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का कार्य।
तीसरा रत्न : कुमाऊँ के पौराणिक मंदिरों को भव्य बनाने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन का काम।
चौथा रत्न : पूरे उत्तराखंड राज्य में होम स्टे को बढ़ावा।
पाँचवां रत्न : 16 ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन का विकास।
छठा रत्न : उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार उधमसिंह नगर में एम्स का सेटलाइट सेंटर भी बनाया जा रहा है।
सातवां रत्न : करीब 2 हजार करोड़ रुपए की लागत वाली टिहरी लेक डेवलपमेंट परियोजना।
आठवां रत्न : ऋषिकेश-हरिद्वार का एडवेंचर टूरिज्म औऱ योग की राजधानी के रूप में विकास।
नौवा रत्न : टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन। इस रेल लाइन पर भी जल्दी काम शुरू हो जाएगा।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि आप लोगों ने एक कहावत सुनी होगी, ‘सोने पर सुहागा’। इसलिए इन नवरत्नों की माला को पिरोने के लिए, इंफ्रास्ट्रक्चर के जो प्रोजेक्ट यहाँ चल रहे हैं, उन्हें भी धामी जी की सरकार ने नई ऊर्जा दी है। 12 हजार करोड़ रुपए की लागत से चारधाम महापरियोजना पर तेज गति से काम हो रहा है। दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे तैयार होने से देहरादून-दिल्ली के बीच सफर और आसान हो जाएगा। रोड कनेक्टिविटी के साथ ही, रोप-वे कनेक्टिविटी के लिए भी उत्तराखंड में बड़े पैमाने पर काम हो रहा है। पर्वतमाला योजना आने वाले दिनों में उत्तराखंड का भाग्य बदलने जा रही है। इसके लिए जिस कनेक्टिविटी का उत्तराखंड के लोगों ने बरसों इंतजार किया है, वो इंतजार भी हमारी सरकार समाप्त कर रही है।