Breaking News :
>>श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के नाम जुड़ी एक और उपलब्धि>>मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम बनेगा गैरसैंण ब्लाक का सारकोट गांव>>उत्तराखण्ड के नये डीजीपी ने किया कार्यभार ग्रहण>>वनवास का गाना ‘यादों के झरोखों से’ जारी, सोनू निगम और श्रेया घोषाल ने लगाए सुर>>दिल्ली सरकार ने बुजुर्गों को दिया बड़ा तोहफा, वृद्धा पेंशन फिर से की शुरू >>भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट मैच में 295 रनों से हराया>>उत्तर प्रदेश में अचानक उठे विवाद को लेकर राज्य सरकार का रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण- प्रियंका गांधी>>दीपम सेठ बने उत्तराखण्ड के नये डीजीपी>>पॉल्यूशन से बचने के लिए कौन सा मास्क बेहतर? यहां जानिए जवाब>>बेकाबू ट्रक की टक्कर से यूकेडी नेता समेत दो की मौत>>अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला संस्कृति व हस्तशिल की समृद्ध विरासत को देता है नयी पहचान- सीएम धामी>>देश के लिए चुनौती बने सड़क हादसे>>यूपी में नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद बसपा ने किया बड़ा ऐलान >>हर्ष फायरिंग के दौरान नौ वर्षीय बच्चे को लगी गोली, मौके पर हुई मौत >>अपने सपनों के आशियाने की तलाश में हैं गायिका आस्था गिल>>केदारनाथ विधानसभा सीट पर मिली जीत से सीएम धामी के साथ पार्टी कार्यकर्ता भी गदगद>>क्या लगातार पानी पीने से कंट्रोल में रहता है ब्लड प्रेशर? इतना होता है फायदा>>प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 116वें एपिसोड को किया संबोधित>>क्या शुरू होगा तीसरा विश्व युद्ध? व्लादिमीर पुतिन की धमकी और बढ़ता वैश्विक तनाव>>देहरादून के इस इलाके में देर रात अवैध रुप से चल रहे बार और डांस क्लब पर पुलिस ने मारा छापा
देश

पालतू जानवरों के साथ बिताए सिर्फ 10 मिनट, दूर हो जाएगा तनाव

पालतू जानवरों के साथ बिताए सिर्फ 10 मिनट, दूर हो जाएगा आपका तनाव

शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि कुत्ता-बिल्ली पालने से छात्रों का तनाव कम हो सकता है।

न्यूयॉर्क,कॉलेज के छात्र भी पढ़ाई और परीक्षाओं के कारण अक्सर तनाव में आ जाते हैं। इससे निपटने के लिए हाल ही में एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि कुत्ते या बिल्ली पालने से छात्रों को तनाव से राहत मिल सकती है।

‘एईआरए ओपन’ नामक जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, कई विश्वविद्यालयों ने ‘पेट योर स्ट्रेस अवे’ अभियान चलाया, जहां छात्र आकर कुत्ते और बिल्लियों के साथ खेल सकते थे। वाशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी में एसोसिएट प्रोफेसर पेट्रीसिया पेंड्री ने कहा कि इन जानवरों के साथ केवल दस मिनट रहने से भी स्वास्थ्य में काफी फर्क पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि अध्ययन में जिन छात्रों ने कुत्ते और और बिल्लियों के साथ समय बिताया उनमें कॉर्टिसोल हॉरमोन में कमी पाई गई। यह तनाव पैदा करने वाला एक प्रमुख हॉरमोन है।

इस अध्ययन में 249 कॉलेज छात्रों को शामिल किया गया, जिन्हें चार समूहों में बांट दिया गया। इनमें से पहले समूह को कुत्ते और बिल्लियों के साथ दस मिनट का समय बिताने को दिया गया। अध्ययन में पाया गया कि जिन छात्रों ने जानवरों के साथ समय बिताया उनकी लार में कॉर्टिसोल का स्तर बहुत कम पाया गया।

पेंड्री ने कहा कि इस तरह के क्रियाकलाप से छात्रों के तनाव में कमी आती है और यह काफी रोमांचक भी है क्योंकि स्ट्रेस हॉरमोन में कमी होने से छात्रों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी लाभ मिल सकता है।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!