मा० मुख्यमंत्री एवं पुलिस प्रशासन की सराहनीय एवं त्वरित कार्यवाही : एक ट्वीट से अपनों के बीच घर पहुँचा मानसिक दिव्यांग मनोज
आकाश ज्ञान वाटिका, मंगलवार, 2 जून 2020, देहरादून (सू.ब्यूरो)।
- सिर्फ एक ट्वीट से उत्तरप्रदेश के मैनपुरी में भटक रहा मानसिक रूप दिव्यांग व्यक्ति अल्मोड़ा स्थित अपने घर पहुँचा गया।
दरअसल 30 मई को मैनपुरी निवासी के.सी. दुबे ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को टैग करते हुए ट्वीट किया था कि मैनपुरी में उनके घर के आसपास एक मानसिक रूप से दिव्यांग सड़कों पर भटक रहा है। लाॅकडाउन के चलते उनके द्वारा उसे खाना एवं हाथ में घाव हो जाने के कारण ईलाज भी कराया गया, उससे पूछताछ पर उसके द्वारा मजखाली, रानीखेत, द्वाराहाट आदि का नाम लिया जा रहा है।
यह ट्वीट मिलते ही फौरन मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड पुलिस व महानिदेशक कानून व्यवस्था, श्री अशोक कुमार को टैग करते हुए इस मामले पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री का ट्वीट मिलते ही अल्मोड़ा पुलिस इस मिशन में जुट गई। एस.एस.पी. अल्मोड़ा द्वारा मैनपुरी में संपर्क किया गया। मनोज द्वारा बताए गए पते मजखाली, रानीखेत क्षेत्र में उसकी फोटो पहचान हेतु भेजकर, उसकी पहचान लगाने का प्रयास किया गया। आखिरकार मेहनत रंग लायी और मनोज के पिता का पता लग गया और उनसे वार्ता कर उक्त प्रकरण से अवगत कराया गया। युवक मनोज नाथ के पिता श्री पूरन नाथ निवासी ग्राम कामा, पोस्ट ऑफिस बग्वालीपोखर, राजस्व क्षेत्र द्वाराहाट ने बताया कि उनका बेटा दिमागी रूप से अस्वथ्य है। कई बार दिल्ली, बरेली एवं सुशीला तिवारी से ईलाज भी कराया जा चुका है। मनोज मार्च 2019 में घर से मैनपुरी हेतु निकला था, तब से उससे कोई सम्पर्क नहीं हो पाया है। इस पर रविवार को एस.आई. हरि राम एवं कॉन्स्टेबल संन्तोष यादव मैनपुरी रवाना हुए। मैनपुरी निवासी के.सी. दुबे के साथ छानबीन कर मनोज का पता लगाया गया और उसे सोमवार को वापस अपने घर अल्मोड़ा सकुशल भेज दिया गया।
पुलिस के इस त्वरित एक्शन की मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सराहना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस ने सही मायनों में मित्र पुलिस की भूमिका निभाई है।