संबित पात्रा ने गढ़ी कैंट स्थित टपकेश्वर महादेव मंदिर में किया जलाभिषेक
देहरादून: सावन मास के तीसरे सोमवार पर उत्तराखंड के मंदिरों में श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। तड़के से शिवालयों में भक्तों की लाइन लगी रही। केदारनाथ धाम में भी दर्शन के लिए भक्तों की लंबी लाइन लगी रही।
इस दौरान पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की गई। ओम नम: शिवाय, बम-बम भोले के जयघोष से वातावरण पूरा दिन भक्तिमय रहा।
संबित पात्रा ने जलाभिषेक किया
देहरादून के गढ़ी कैंट स्थित टपकेश्वर महादेव मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही।
यहां भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डा. संबित पात्रा ने जलाभिषेक किया। इस दौरान प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार, महानगर जिलाध्यक्ष सीतराम भट्ट, देवेंद्र पाल सिंह, राजीव गुरुंग, विष्णु प्रसाद मौजूद रहे।
सावन के गीतों ने मन मोह लिया
तीज पर्व को लेकर महिलाओं के गाए लोकगीत के गीतों ने श्रोताओं का मन मोह लिया। डौली विश्नोई के संयोजन में आयोजित तीज पर्व पर विशेष रूप से सजी धजी महिलाओं ने तीज के पारंपरिक गीत गाकर खुशियां भी साझा की।
इस अवसर पर आयोजकों ने बुजुर्ग महिलाओं को भी सम्मानित किया । देर सायं तक महिलाओं ने झूला झूलते हुए तीज के गीत गाने के साथ पर्व की खुशियां एक-दूसरे के साथ साझा भी कीं।
नीरा अग्रवाल, पूर्णकला जैन, मोनिका गुप्ता, रेणु, ममता विश्नोई, छवि विश्नोई, भावना अग्रवाल, रशिका जैन, अमीता, शैलेश्वरी उनियाल, शशि अग्रवाल, भावना अग्रवाल, रेणु जैन ने तीज के गीत गाए।
महिलाओं ने हर्षोल्लास से मनाया तीज पर्व
चमोली जनपद में तीज का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। महिलाओं ने तीज के पर्व पर मा नंदा भगवान शिव को समर्पित गीत व भजन कीर्तन के साथ -साथ विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई। तीज पर्व का शुभारंभ नगर पालिका अध्यक्ष पुष्पा पासवान ने किया।
इस दौरान मेंहंदी ,गायन, भाषण व नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष पुष्पा पासवान ने कहा कि तीज पर्व पर भगवान शंकर ने मां पार्वती के साथ विवाह करके उन्हें प्राप्त किया था इसीलिए सावन के महीने में भगवान शंकर का महत्व अत्यधिक रहता है और इसी दौरान तीज के पर्व को भी महिलाएं आयोजित करती हैं।
इस मौके पर उषा रावत ,भागीरथी कुंजवाल,सुशीला सेमवाल, शशि देवली सभासद प्रियंका बिष्ट मीना गोस्वामी चंद्रकला खंडूड़ी मौजूद थी। वहीं दूसरी ओर जोशीमठ में भी तीज पर्व को महिलाओं ने हर्षोल्लास के साथ मनाया।