रॉबर्ट वाड्रा बोले- प्रतिष्ठा को धूमिल करने की कोशिश, राजनीतिक रूप से लोग मेरे पीछे पड़े हैं
नई दिल्ली। राहुल गांधी के जीजा और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा ने आरोप लगाया है कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में जांच राजनीतिक बदले का नतीजा है और यह सब उनकी छवि को धूमिल करने के एजेंडे से किया जा रहा है। बता दें कि राजस्थान के बीकानेर में एक भूमि सौदे के संदर्भ में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से उन्हें समन जारी किया गया है।
वाड्रा ने सोशल मीडिया पर एक फेसबुक पोस्ट के जरिए समन को ‘राजनीतिक रूप से प्रेरित’ कदम करार देते हुए कहा, ‘मैंने पिछले साढ़े चार वर्षों में पूरा सहयोग किया है। मैं यह करता रहूंगा।’ उन्होंने सरकार पर राजनीतिक रूप से पीछे पड़ जाने और सरकारी विभागों के जरिये अपनी प्रतिष्ठा धूमिल करने के एजेंडे पर काम करने का आरोप लगाया।
उन्होंने अपने पोस्ट में कहा, ‘पिछली बार उन्होंने दस्तावेजों के लिए समन किया। मेरे वकील वहां तीन घंटे तक बैठे रहे और सभी दस्तावेज सौंपे। यह बड़ी अजीब बात है कि मुझे 24 घंटे के भीतर एक और समन भेज दिया गया, जबकि मेरी तरफ से सौंपे गए 600 दस्तावेजों पर गौर भी नहीं किया।’ वाड्रा ने कहा, ‘मेरे वकील को एक बार फिर से आज जयपुर में पेश होने को मजबूर किया गया। इसमें कोई हैरानी नहीं है कि यह सब राजस्थान में मतदान से दो दिन पहले हुआ है।’ उन्होंने आरोप लगाया कि यह जनता का ध्यान भटकाने के लिए ‘मीडिया सर्कस’ का प्रयासभर है।
गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय ने सितंबर, 2015 में राजस्थान के बीकानेर में जमीन सौदे के मामले पर केस दर्ज किया था। ईडी बीकानेर में विवादित जमीन सौदों की जांच कर रहा है, जिसमें वाड्रा की कंपनियां भी शामिल हैं। वाड्रा ने यह जमीन बीकानेर के कोलायत इलाके में खरीदी थी, लेकिन बाद में बेच दी। राजस्थान सरकार इस सौदे को पहले ही रद कर चुकी है। आरोप है कि जमीन गलत तरीके से निजी क्षेत्र को दी गई।