पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी का आरोप, कहा- ‘लोगों को कोरोना का भय दिखाकर विधानसभा चुनाव टालना चाहते हैं भाजपा व आप’
आकाश ज्ञान वाटिका, 30 दिसम्बर 2021, गुरुवार, मुम्बई। पंजाब में 15 जनवरी से सार्वजनिक स्थलों पर कोरोना वैक्सीन न लगवाने वालों की एंट्री पर पाबंदी लगाने के निर्देश देने के अगले ही दिन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आरोप लगाया है कि कोरोना को लेकर बिना वजह डराया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी लोगों में भय पैदा कर रही हैं। ऐसा चुनाव टालने के लिए किया जा रहा है। चंडीगढ़ में मीडिया से बात कर रहे थे। चन्नी ने कहा कि दिल्ली सरकार ने कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में भी भाजपा सरकार ने नाइट कर्फ्यू लगा दिया है
उल्लेखनीय है कि चन्नी की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब पंजाब में ओमिक्रोन का पहला केस नवांशहर में सामने आया है। हालांकि, पीड़ित व्यक्ति स्वस्थ हो चुका है। यह व्यक्ति 12 दिसंबर को स्पेन से पंजाब आया था। इसकी जीनोम सीक्वेसिंग की रिपोर्ट 28 दिसंबर को आई। पंजाब में जीनोम सीक्वेसिंग में देरी हो रही है। इस व्यक्ति के संपर्क में आए अन्य 13 लोग भी स्वस्थ हो चुके हैं, लेकिन इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि पंजाब में आने वाले समय में ओमिक्रोन के मामलों की संख्या बढ़ सकती है
एक तरफ देश में कोरोना के वेरिएंट ओमिक्रोन के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए देश के कई राज्यों ने ओमिक्रोन की रोकथाम के लिए कई प्रतिबंध भी लगाए हैं। वहीं, दूसरी तरफ अगले साल पंजाब समेत कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। निर्वाचन आयोग अगले साल के पहले महीने जनवरी में चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है। वहीं, इससे पहले भी देश में बंगाल चुनाव के दौरान कोरोना की दूसरी लहर चरम सीमा पर थी, लेकिन चुनाव स्थगित नहीं किए गए थे। ऐसे में अब इन राज्यों में भी चुनाव स्थगित होने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है।
27 दिसंबर को पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों को लेकर चुनाव आयोग ने एक बैठक का आयोजन किया था। स्वास्थ्य मंत्रालय और चुनाव आयोग की इस बैठक में चुनाव टालने को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया था। साथ ही आयोग ने केंद्र सरकार से ओमिक्रोन को लेकर रिपोर्ट भी मांगी थी। अगले साल के पहले हफ्ते जनवरी में चुनाव आयोग और स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच एक और बैठक आयोजित की जाएगी।