प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मंत्रिपरिषद के साथ करेंगे अहम बैठक, ओमिक्रोन पर हो सकती है चर्चा
आकाश ज्ञान वाटिका, 29 दिसम्बर, 2021, बुधवार, दिल्ली। देश में ओमिक्रोन का खतरा लगातार बढ़ रहा है। ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि ये बैठक शाम 4 बजे हो सकती है। मंत्रिपरिषद की बैठक में ओमिक्रोन को लेकर चर्चा संभव है। इसके अलावा अगले साल पांच राज्यों, यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनावों पर भी चर्चा हो सकती है
21 राज्यों में 781 मामले, दिल्ली में ओमिक्रोन के सबसे ज्यादा केस
बता दें कि देश के 21 राज्यों में ओमिक्रोन के 781 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 241 मरीज ठीक भी हो चुके हैं। ओमिक्रोन के दिल्ली में 238, महाराष्ट्र में 167 मामले हैं। गुजरात में 73, केरल में 65, तेलंगाना में 62, राजस्थान 46, कर्नाटक और तमिलनाडु में 34-34, हरियाणा में 12, पश्चिम बंगाल में 11, एमपी 9, ओडिशा 8, आंध्र प्रदेश 6, उत्तराखंड 4, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर में 3-3, यूपी में दो और गोवा, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख और मणिपुर में 1-1 मामला है।
देश की राजधानी दिल्ली में ओमिक्रोन के सबसे ज्यादा मामले हैं। दिल्ली में ओमिक्रोन के संक्रमितों की संख्या बढ़कर 238 हो गई है। दिल्ली में अब तक इस नए वैरिएंट के 57 मरीज ठीक भी हो चुके हैं। वही, दिल्ली में कोरोना के मामलों में उछाल देखा गया है। दिल्ली में मंगलवार को कोरोना के 496 नए केस आए हैं। दिल्ली में बीते सात महीनों में ये सबसे बड़ी उछाल है। दिल्ली में एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 1612 हो गई है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने कोरोना संबंधी मौजूदा दिशा-निर्देशों को 31 जनवरी तक बढ़ा दिया है। केंद्र ने राज्यों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है। कोरोना, खासकर ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी को अत्यधिक सतर्कता बरतने की सलाह दी है। उन्होंने आवश्यकता के मुताबिक स्थानीय स्तर पर पाबंदियां लगाने और त्योहारों के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने को भी कहा है। पत्र में कोरोना संबंधी दिशानिर्देशों को अगले साल 31 जनवरी तक बढ़ाने की जानकारी भी दी है। संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए जांच, पहचान, उपचार, टीकाकरण और कोरोना से बचाव के नियमों के पालन संबंधी पांच उपायों के अनुपालन पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है।