महंगाई के मुद्दे को लेकर विपक्ष का संसद में प्रदर्शन, राहुल गाँधी बोले – ‘सरकार को जवाब देना होगा’
आकाश ज्ञान वाटिका, 19 जुलाई 2022, मंगलवार, नई दिल्ली। देश में महंगाई के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। कांग्रेस भी इसको लेकर केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी नेता राहुल गाँधी ने मंगलवार को मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया है। राहुल ने कीमतों में बढ़ोतरी, जीएसटी दरों में वृद्धि और रुपये के मूल्यह्रास के मुद्दों पर सरकार पर हमला किया।
जनता के मुद्दे उठाने से हमें कोई रोक नहीं सकता, सरकार को जवाब देना ही पड़ेगा : राहुल गाँधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने कहा कि प्रधानमंत्री की ओर से संसद में सवालों के जवाब ना देना और सवालों से भागना असंसदीय है। प्रधानमंत्री कई शब्दों को ‘असंसदीय’ घोषित करके विपक्ष को चुप कराने की कितनी भी कोशिश करें, उन्हें इन मुद्दों पर जवाब देना होगा। डालर की कीमत पहली बार 80 रुपये के पार जाने पर भी उन्होंने सरकार को घेरा। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘रुपया पहुंचा 80 पार, गैस वाला मांगे हजार, जून में 1.3 करोड़ बेरोजगार, अनाज पर भी GST का भार।’ राहुल ने आगे कहा कि जनता के मुद्दे उठाने से हमें कोई रोक नहीं सकता, सरकार को जवाब देना ही पड़ेगा। संसद में चर्चा और सवालों से भागना सबसे ‘असंसदीय’ है, प्रधानमंत्री जी।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी नेता राहुल ने खाने-पीने की चीजों में जीएसटी वृद्धि को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अब से दूध, दही, मक्खन, चावल, दाल, ब्रेड जैसे पैक्ड उत्पादों पर जनता से 5% GST वसूला जाएगा। रोजमर्रा की खाने-पीने की चीजें महंगी हो गई हैं। सिलेंडर 1053 रुपये का हो गया। मतलब, ये महंगाई जनता की समस्या है, सरकार की नहीं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी नेता राहुल गाँधी ने आगे कहा कि जब प्रधानमंत्री विपक्ष में थे, तब उन्होंने महंगाई को सबसे बड़ा मुद्दा बनाया था, लेकिन आज उन्होंने जनता को समस्याओं के गहरे दलदल में धकेल दिया है, जिसमें लोग रोज धंसते जा रहे हैं। आपकी इस बेबसी पर प्रधानमंत्री मौन हैं, खुश हैं और झूठ पर झूठ बोल रहे हैं। सरकार द्वारा आप पर किए जा रहे हर अत्याचार के खिलाफ मैं और पूरी कांग्रेस पार्टी आपके साथ खड़ी है। इस मुद्दे को हम सदन में जोर-शोर से उठाएंगे। प्रधानमंत्री चाहे जितने शब्दों को ‘असंसदीय’ बता कर हमें चुप कराने की कोशिश कर लें, जवाब तो उन्हें देना ही पड़ेगा।