सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव हालत गंभीर, देखरेख में लगे हैं कई चिकित्सक
अब 24 घंटे उनके लिए काफी अहम हैं : शिवपाल सिंह यादव
आकाश ज्ञान वाटिका, 03 अक्टूबर 2022, सोमवार, लखनऊ। किडनी तथा यूरीन इन्फेक्न के कारण लम्बे समय से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का स्वास्थ्य रविवार शाम से लगातार खराब होता जा रहा है।
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव को सांस लेने में दिक्कत बढ़ने के साथ ही ब्लड प्रेशर लो हो जाने से उनको वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। मुलायम सिंह यादव के पास रविवार शाम से ही मौजूद उनके छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव ने बताया कि अब 24 घंटे उनके लिए काफी अहम हैं। यहां पर कई चिकित्सक उनकी देखरेख में लगे हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की गुरुग्राम के मेदांता अस्पतालमें रविवार देर शाम से तबीयत काफी खराब हो गई। बीते दो वर्ष से बीमार चल रहे मुलायम सिंह यादव की हालत गंभीर होने पर सोमवार सुबह से उनको आइसीयूमें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। आक्सीजन का लेवल काफी कम होने से उनको सांस लेने में परेशानी भी बढ़ी थी। 11 जुलाई 2022 को यहां पर भर्ती होने के बाद वह लखनऊ गए और फिर 26 सितंबर 2022 से मेदांता में भर्ती हैं।
सपा संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह की हालत सोमवार सुबह भी गंभीर बनी हुई है। रविवार रात को डायलिसिस करने के बाद भी सोमवार सुबह मुलायम सिंह यादव की हालत में कोई सुधार नहीं आया है। उनकी हालत पहले की तरह ही गंभीर बनी हुई है। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। रविवार रात 10:00 बजे से शुरू हुई डायलिसिस सोमवार सुबह तक चली।
नेताजी मुलायम सिंह यादव के परिवार के सभी लोग मेदांता अस्पताल में हैं। उनके भाई शिवपाल सिंह यादव ने बताया कि नेताजी के लिए अगले 24 घंटे काफी महत्वपूर्ण हैं।
सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव को कोरोना संक्रमण काल में कई बार मेदांता में भर्ती कराया गया। अगस्त, 2020 में यूरिन इन्फेक्शन के बाद और बीती जुलाई में पेट में दर्द के बाद भी उनको भर्ती कराया गया था। आंत में सूजन की समस्या के बाद इन्फेक्शन का असर किडनी तक पहुंचा था। अक्टूबर 2020 में मुलायम सिंह यादव कोरोना पाजिटिव भी हो गए थे।
इससे पहले 24 जून 2022 को मुलायम सिंह यादव की तबीयत ज्यादा खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां पर रुटीन चेकअप और इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था। इससे पहले उनको 15 जून की शाम को मेदांता में भर्ती कराया गया था। यहां पर स्वास्थ्य जांच के बाद उन्हें दो दिन में डिस्चार्ज कर दिया गया था।