‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का संदेश देने के लिए मंत्री रेखा आर्य करेंगी पैदल कांवड़ यात्रा
आकाश ज्ञान वाटिका, 21 जुलाई 2022, गुरूवार, देहरादून। ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का संदेश देने और लैंगिक असमानता दूर करने के उद्देश्य से महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ‘मुझे भी जन्म लेने दो, शिव के माह में शक्ति का संकल्प’ के अंतर्गत 26 जुलाई को कांवड़ यात्रा निकालेंगी।
हरिद्वार में हरकी पैड़ी से प्रारंभ होने वाली 25 किलोमीटर की यह यात्रा ऋषिकेश के वीरभद्र महादेव मंदिर में जलाभिषेक के साथ संपन्न होगी। आंगनबाड़ी कार्यकत् र्ताओं समेत बड़ी संख्या में महिलाएं और विभागीय अधिकारी व कर्मचारी, विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग यात्रा में शामिल होंगे।
हम सब देवियों को पूजते हैं, लेकिन हमारे घरों में जब देवीस्वरूपा कन्या जन्म लेती है तो उससे मुंह फेर लेते हैं : रेखा आर्य
कैबिनेट मंत्री आर्या ने बुधवार को विधानसभा स्थित सभागार में पत्रकारों से बातचीत में अपने इस संकल्प की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर रही हैं। बावजूद इसके समाज में बेटियों के प्रति नजरिया नहीं बदला है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में कण-कण में देवी-देवताओं का वास है। देवी के अनेक स्वरूपों की यहां पूजा होती है।
आश्चर्य इस बात का है कि हम सब देवियों को पूजते हैं, लेकिन हमारे घरों में जब देवीस्वरूपा कन्या जन्म लेती है तो उससे मुंह फेर लेते हैं। यह चिंता का विषय है। इसे लेकर व्यापक जागरूकता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उनका विभाग देवभूमि को देवी की भूमि बनाने का प्रयास कर रहा है।
लिंगानुपात का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में एक हजार बालकों की तुलना में 949 बालिकाएं ही हैं। वह चाहती हैं कि वर्ष 2025 में उत्तराखंड जब अपना रजत जयंती वर्ष मना रहा होगा, तब यह आंकड़ा हजार बालकों पर इतनी ही बालिकाएं हो। उन्होंने कहा कि 26 जुलाई को होने वाली कांवड़ यात्रा के माध्यम से वह लैंगिक असमानता को खत्म करने का संदेश देंगी। वह स्वयं भी यात्रा में भाग लेंगी।
‘मुझे भी जन्म लेने दो, शिव के माह में शक्ति का संकल्प’ की पहल
कैबिनेट मंत्री आर्या ने कहा कि बेटियों को गर्भ में मारना या भ्रूण परीक्षण कराना दंडनीय अपराध है। फिर भी यह देखने में आया है कि कुछ अस्पतालों, पैथोलाजी लैब व नर्सिंग होम में चोरी छिपे यह कृत्य किया जाता है। इन पर स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से शिकंजा कसा जाएगा।
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के कार्मिक, आंगनबाड़ी कर्मी 26 जुलाई को अपने-अपने नजदीकी शिवालयों में जलाभिषेक कर ‘मुझे भी जन्म लेने दो, शिव के माह में शक्ति का संकल्प’ की पहल को आगे बढ़ाएंगे। कैबिनेट मंत्री आर्या ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के मद्देनजर इस संबंध में विभागीय सचिव व निदेशक को आदेश दिए हैं।