केरल की भीषण बाढ़ ने ली 33 लोगों की जान, पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री से की बात
नई दिल्ली । गृहमंत्री राजनाथ सिंह बाढ़ प्रभावित केरल का जायजा लेने पहुंचे हैं। इस दौरान वे राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा करेंगे। साथ ही, राहत शिविरों का भी निरीक्षण करेंगे। केरल में भीषण बाढ़ में अबतक 33 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि छह लोग लापता हैं। इस बीच बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए 24 घंटे राहत-बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
भारतीय सेना ने बताया कि बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित कन्नूर, वायनाड, कोझिकोड, इडुक्की और मल्लपुरम के क्षेत्र हैं। 40 से अधिक राहतकर्मियों की 10 टीमें 24 घंटे राहत-बचाव कार्य में जुटी हैं। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दूर-दराज के बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे अंतिम व्यक्ति को भी बचाया जा सके।
खराब मौसम व संचार और कनेक्टिविटी की समस्याओं से लड़ने हुए बचाव अभियान में लगातार सैनिक जुटे हुए हैं। बुजुर्ग महिलाओं और बच्चों सहित 1000 से अधिक लोगों को विभिन्न स्थानों से बचाया गया है, जहां टीम वर्तमान में परिचालन कर रही हैं।
राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बताया, ‘बाढ़ में अबतक 33 लोगों की जान जा चुकी हैं, जबकि छह लोग लापता हैं। इस तरह की तबाही राज्य में पहले कभी देखने को नहीं मिली। इन परिस्थिति में पूरा राज्य एक साथ खड़ा है और हम जो भी आवश्यक हैं, करने के लिए तैयार हैं।’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘राज्य पुलिस, एनडीआरएफ, सेना और अन्य सेनाएं राज्य के लोगों की मदद के उद्देश्य से काम कर रही हैं। प्रधानमंत्री ने हमें कॉल किया और कहा कि हमें हरसंभव मदद मुहैया कराई जाएगी।’
मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान
मुख्यमंत्री विजयन ने राज्य की बाढ़ में चार दिनों में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए चार लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की। साथ ही, मुख्यमंत्री ने राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों इडुक्की और वयनाड का हवाई सर्वेक्षण भी किया। इलाकों के दौरे के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि केरल भयंकर बाढ़ से गुजर रहा है और आपदा के कारण काफी नुकसान हुआ है।
राहत-बचाव और खोज अभियान का लेंगे जायजा
गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) केजी अल्फोंस और मंत्रालय के अन्य अधिकारी भी हवाई सर्वेक्षण के दौरान मौजूद रहेंगे। गृह मंत्री केरल के मुख्यमंत्री विजयन, राज्य सरकार के मंत्रियों, मुख्य सचिव, केंद्रीय एजेंसियों व राज्य प्रशासन के अन्य शीर्ष अधिकारियों से केंद्र सरकार की एजेंसियों व राज्य सरकार द्वारा चलाए गए राहव व बचाव और खोज अभियान का जायजा लेंगे।
बारिश से बेहाल केरल
मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, मौजूदा दक्षिण-पश्चिम मॉनसून से केरल के कई क्षेत्र भारी बारिश और बारिश जनित आपदाओं से जूझ रहे हैं। इसको देखते हुए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सावधानी बरतने को कहा है। केरल के इडुक्की,वयनाड, कन्नूर, एर्नाकुलम, पल्लकड़ और मलाप्पुरम के ज्यादातर क्षेत्रों के लोगों को अलर्ट किया गया है।
करीब 31 हजार लोगों ने ली राहत शिविरों में शरण
सीएम प्रशासन के अनुसार जिन लोगों के बाढ़ में घर बह गए हैं उन्हें चार लाख रुपये का मुआवजा और जिनके बाढ़ में घर के साथ ही अन्य संपत्तियां भी बह गई हैं उन्हें दस लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। जिन लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है उन्हें 3,800 रुपये दिए जाएंगे। करीब 31 हजार लोग इस समय करीब 200 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। विजयन और उनकी टीम ने राहत शिविरों का भी दौरा किया। राज्य के आठ जिलों में विगत शुक्रवार से ही हाई अलर्ट है। पेरियार नदी और उसकी सहायक नदियों में जल उफनाने से एर्नाकुलम जिले में 78 राहत शिविरों में 10,510 लोगों को पहुंचाया गया है। जिला प्रशासन का कहना है कि बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए शिविरों में भोजन, पेयजल और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।
राहुल की पीएम मोदी से अपील
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बाढ़ग्रस्त केरल के लिए राज्य सरकार को पर्याप्त फंड देने की अपील की है। ताकि संकट के इस समय में राज्य के आधारभूत ढांचे को बहाल किया जा सके। उन्होंने पत्र में इसे राज्य की पांच दशकों में आई सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा बताया है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह सीएम विजयन से बात करके उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दे चुके हैं।