गाजियाबाद के स्कूल बस हादसा : छात्र की मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर लिया गया एक्शन बड़ा
आकाश ज्ञान वाटिका, 22 अप्रैल 2022, शुक्रवार, गाजियाबाद। गाजियाबाद में बुधवार को स्कूल बस हादसे में छात्र की मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बड़ा एक्शन लिया गया है। इस प्रकरण में गाजियाबाद के दो एआरटीओ तथा आरआइ को निलंबित किया गया है। इसके साथ ही इस प्रकरण की जांच का भी आदेश दिया गया है।
गाजियाबाद में हापुड़ रोड पर दयावती मोदी पब्लिक स्कूल के 11 वर्षीय छात्र की बुधवार सुबह हादसे में मौत हो गई। इस प्रकरण में स्वजन ने आरोप लगाया कि बच्चे की मौत बस चालक व स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के चलते हुई है। घटना से नाराज स्वजन ने स्कूल में हंगामा किया। तोड़फोड़ भी की। मौके पर एसपी देहात, एसडीएम शुभांगी शुक्ला समेत पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी जुट गए। इस घटना से आहत बच्चे के परिवार के लोगों ने धरना भी दिया था। बच्चे की मां तथा बहन के साथ परिवार के अन्य लोग धरने पर बैठे थे।
परिवारीजन की तहरीर पर मोदी समूह के प्रबंधक उमेश कुमार मोदी, दयावती स्कूल के प्रिंसिपल नेत्रपाल सिंह, बस चालक ओमबीर के खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं, स्कूल प्रबंधन का कहना है कि बच्चे को उल्टी जैसा महसूस हो रहा था, उसने अपनी गर्दन बाहर निकाली, जो किनारे पर खड़े खंभे में जा लगी। गाजियाबाद जिले के एसपी ग्रामीण इराज राजा ने बताया कि हमें सूचना मिली कि एक पांचवीं कक्षा के छात्र को स्कूल बस में किसी कारण सिर में चोट लगी, जिसके बाद अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई। मामला दर्ज कर बस ड्राइवर की तलाश जारी है और कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सूरत सिटी निवासी नितिन भारद्वाज सीएमओ कार्यालय मुरादाबाद में कार्यरत हैं। उनका इकलौता बेटा अनुराग भारद्वाज दयावती मोदी पब्लिक स्कूल में चौथी कक्षा में पढ़ता था। वह स्कूल बस में बैठकर बुधवार सुबह स्कूल जा रहा था। हापुड़ रोड पर स्कूल की तरफ मुड़ते समय हादसा हुआ। बस चालक ने स्कूल प्रबंधन को सूचना दी कि बच्चा अपनी गर्दन बाहर निकाल रहा था। उसको उल्टी हो रही थी। तभी उसका सिर सड़क किनारे खंभे में जा लगा। जिससे वह लहूलुहान हो गया।
उत्तर प्रदेश सरकार ने गाजियाबाद स्कूल बस हादसे में शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की है। प्रमुख सचिव परिवहन राजेश कुमार सिंह ने गाजियाबाद के एआरटीओ सतीश कुमार और विश्व प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया है। साथ ही आरआई प्रेम सिंह को भी निलंबित किया गया है। इस घटना का संज्ञान लेकर गुरुवार को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिवहन विभाग के प्रजेंटेशन के दौरान कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दु:ख जताने के साथ ही इस प्रकरण में दोषियों के साथ-साथ संबंधित परिवहन अधिकारी की जवाबदेही भी तय करने का निर्देश दिया था। इसके साथ ही प्रदेश की सभी स्कूल बसों की फिटनेस की जांच के लिए एक सप्ताह का प्रदेश व्यापी अभियान चलाने का निर्देश दिया था।