कमलनाथ के अभद्र टिप्पणी पर इमरती देवी का छलका दर्द, बोलीं- ऐसे लोगों को अपनी पार्टी में न रखें
मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर सियासी सरगर्मी दिनों दिन तेज होती जा रही है। चुनावी लड़ाई में नेता मर्यादा की सीमा रेखा पार करने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं। इसी सियासी वार पलटवार के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी इमरती देवी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी कर के पूरी तरह घिर गए हैं। इस बयान के चलते कांग्रेस बैकफुट पर नजर आ रही है। वहीं भाजपा ने मोर्चा खोलते हुए कमलनाथ के विवादित बयान के विरोध में सोमवार को पूरे सूबे में मौन उपवास आयोजित करने का निर्णय लिया है।
दूसरी तरफ इमरती देवी ने कहा, ‘इन लोगों को मध्य प्रदेश में रहने का कोई हक नहीं। ये कहां से आए हैं… मैंने मध्य प्रदेश को देखा है। मध्य प्रदेश में सभी महिलाओं का सम्मान होता है… महिला शक्ति को घर की लक्ष्मी माना जाता है। आज उसने मध्य प्रदेश की सभी लक्ष्मियों (महिलाओं) को गाली दी है। मैं सोनिया गांधी से मांग करती हूं कि वह कमलनाथ को कांग्रेस से बाहर निकालें। मैं सोनिया गांधी जी से हाथ जोड़कर प्रार्थना करती हूं कि आप भी किसी की मां हैं। आप भी एक बेटी की मां हैं… यदि आपकी बेटी के बारे में कोई ऐसा कहेगा तो क्या आप उसे सहन करेंगी..?
इमरती देवी ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस अमर्यादित बयान पर आगे कहा कि यदि मेरा जन्म गरीब परिवार में हुआ तो इसमें मेरी क्या गलती है? अगर मैं दलित समुदाय से आती हूं तो उसमें मेरी क्या गलती है? यदि एक महिला के खिलाफ इस तरह के शब्द के प्रयोग होंगे तो वह आगे कैसे बढ़ेगी? वहीं भाजपा ने कमलनाथ के विवादित बयान के विरोध में मौन उपवास करने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल में, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ग्वालियर में और ज्योतिरादित्य सिंधिया इंदौर मौन उपवास करेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ के अमर्यादित बयान की निंदा करते हुए कहा है कि… ‘मन आज वेदना से भरा हुआ है। एक महिला जो मजदूर के रूप में संघर्ष करते हुए मंत्री के पद तक पहुची हैं उनके लिए कमलनाथ ने अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया। मैं सोमवार को महात्मा गांधी जी की प्रतिमा के नीचे मौन व्रत रखूंगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने जो अपमान किया उसका प्रायश्चित मैं करूंगा।’ पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पार्टी नेताओं का यह मौन उपवास सुबह 10 बजे से शुरू होगा…