लंबे समय तक खाँसी ठीक नहीं हो रही है तो जानें इसका कारण कहीं ये तो नहीं
आकाश ज्ञान वाटिका, 14 दिसम्बर 2023, गुरूवार, देहरादून। खाँसी एक आम समस्या है जो हमें सर्दी-जुकाम, एलर्जी या अन्य कारणों से हो जाती है। अक्सर यह एक सप्ताह या दो सप्ताह में अपने आप ठीक हो जाती है। लेकिन कभी-कभी खाँसी लंबे समय तक बनी रहती है, और इसे ठीक करना मुश्किल हो जाता है। अगर आपको तीन सप्ताह से अधिक समय से खाँसी है और यह बंद नहीं हो रही है तो समझ जाइए कि यह सामान्य खाँसी नहीं है। लंबे समय तक रुक-रुक कर खाँसी आने के कई कारण हो सकते हैं। कुछ गंभीर बीमारियों के कारण भी खांसी लंबे समय तक ठीक नहीं होता है।
लंबे समय तक रहने वाली खांसी का सबसे आम कारण
वायरल इन्फेक्शन
वायरल इन्फेक्शन लंबे समय तक रहने वाली खाँसी का सबसे आम कारण है। जब हमें सामान्य सर्दी-खाँसी होती है तो यह वायरस के कारण होती है। अक्सर एक सप्ताह या दो सप्ताह में यह खत्म हो जाती है लेकिन कभी-कभी वायरस 3 से 4 हफ्तों तक बना रह सकता है और खाँसी को बरकरार रख सकता है। ऐसे में हल्के बुखार, सर्दी-खाँसी जैसे लक्षण भी बने रहते हैं। यदि आराम और दवाओं के बावजूद भी खाँसी 3 से 4 हफ्तों से ज्यादा हो तो एक बार डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
एलर्जी
कई लोगों को आस-पास के वातावरण से एलर्जी होती है, जैसे – धूल-कण, पशु-पक्षियों की बालों आदि से कई बार एलर्जी से होने वाली खाँसी कई हफ्तों तक रह सकती है। इसलिए एलर्जी टेस्ट करवाकर खाँसी के कारणों का पता लगाना जरूरी हो जाता है।
अस्थमा
अस्थमा में लगातार 3-4 हफ्तों तक रुक-रुक कर खाँसी रहती है। साथ ही सीने में जकड़ऩ और सांस लेने में परेशानी हो सकती है। इसलिए अगर आपको ऐसे लक्षण नजर आ रहे हैं तो एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
बैक्टीरियल इन्फेक्शन
कई बार बैक्टीरिया के कारण भी लंबे समय तक खाँसी रह सकती है. ब्रोंकाइटिस और प्न्यूमोनिया जैसे फेफड़ों के बैक्टीरियल इन्फेक्शन हमें 2-3 हफ्ते से भी ज्यादा समय तक परेशान कर सकते हैं। इन बीमारियों में लगातार खांसी रहती है, साथ ही सांस लेने में तकलीफ, बुखार और शरीर में दर्द भी हो सकता है। अगर आपको ऐसे लक्षण 2 सप्ताह से ज्यादा हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलें, सही एंटीबायोटिक्स का कोर्स लेने से बैक्टीरियल खांसी ठीक हो सकती है।
गैस्ट्रोइसोफेजियल रीफ्लक्स रोग
गैस्ट्रोइसोफेजियल रीफ्लक्स रोग यानि जीईआरडी खाँसी और एसिडिटी का एक आम कारण है। यह पेट के अम्ल और पाचन रसों के गले में चले जाने से होता है, जिससे लगातार खाँसी और सीने में जलन की समस्या होती है। जीईआरडी में खाने के बाद, झुकते वक्त या लेटते समय अकसर खाँसी और जलन शुरू हो जाती है। यह एक लंबे समय तक चलने वाली बीमारी है, अगर ज्यादे दिन तक खाँसी बनी रहे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।