पाकिस्तान ने फिर किया संघर्ष का विराम उल्लंघन: सेना के दो जवान शहीद जबकि एक जवान घायल
आकाश ज्ञान वाटिका, 27 नवम्बर 2020, शुक्रवार। अखनूर से सटे केरी बटल इलाके में पाकिस्तान की ओर से एक बार फिर किए गए संघर्ष विराम के उल्लंघन में सेना के दो जवान शहीद जबकि एक जवान घायल हो गया। पिछले 24 घंटों के दौरान पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा पर की जा रही गोलाबारी और आतंकवादी हमले में अब तक प्रदेश में पांच जवान शहीद हो गए हैं। इससे पहले गत वीरवार को जिला पुंछ के किरनी सेक्टर में एक सूबेदार शहीद जबकि एक नायक घायल हुआ था जबकि श्रीनगर के एचएमटी चौक में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी हमले में भी दो जवान शहीद हो गए थे।
भारतीय जवानों ने भी पाकिस्तान की गोलाबारी का कड़ा जवाब दिया है। सैन्य सूत्रों का कहना है कि केरी बटल में पाकिस्तानी गोलाबारी के जवाब में भारतीय जवानों द्वारा की गई गोलाबारी में पाकिस्तानी चौकियों को काफी नुकसान पहुंचा है। पाक सैनिकाें के घायल होने की भी सूचना है। हालांकि अधिकारिक तौर पर अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। वहीं शहीद हुए जवानों में नायक प्रेम बहादुर खत्री और राइफलमैन सुखबीर सिंह शामिल हैं जबकि घायल जवान की अभी पहचान जाहिर नहीं की गई है।
पंजाब के तरनतारन खडूर साहिब हलके के गांव ख्वासपुरा में उस समय मातम छा गया जब वहां यह सूचना पहुंची की राजौरी में भारतीय सीमा की रक्षा करते हुए उनके गांव का बेटा राइफलमैन सुखबीर सिह शहीद हो गया है। घर में लोगों का तांता लगना शुरू हो गया। सुखबीर दो साल पहले ही सेना में भर्ती हुआ था। शहीद सुखबीर के परिजन व गांव के लोग मौत पर दुखी तो हैं परंतु उन्हें इस बात का गर्व भी है कि उनके बेेटे ने देश के लिए शहादत पाई है। शहीद के पता ने पहले भारत माता की जय के नारे बुलंद किए, फिर निहालमाता सात श्री अकाल के जयकारे लगाते हुए बेटे की तस्वीर गले से लगाकर रोने लगे। मां जसबीर कौर अपनी सुधबुध खो बैठी है।
शहीद नायक प्रेम बहादुर खत्री उत्तर प्रदेश के जिला महाराजगंज के गांव सरोजिनी नगर के रहने वाले थे जबकि राइफलमैन सुखबीर सिंह पंजाब के तरनतारन खडूर साहिब हलके के गांव ख्वासपुरा के थे।दोनों के शहीद होने की खबर सेना ने स्वयं घरवालों को दी।
पाकिस्तान ने आज सुबह 5.30 बजे के करीब अखनूर के साथ लगते केरी बटल इलाके में भारतीय चौकियों को निशाना बनाते हुए अचानक से गोलाबारी शुरू कर दी। इसकी चपेट में आने से तीन जवान जिनमें नायक प्रेम बहादुर व राइफलमैन सुखबीर शामिल थे, गंभीर रूप से घायल हो गए। जवाबी कार्रवाई के बीच घायल जवानों को तुरंज सैन्य अस्पताल अखनूर पहुंचाया गया परंतु जख्मों का ताव न सहते हुए दोनों जवान शहीद हो गए। घायल जवान का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि यह कार्रवाई पाकिस्तान की बार्डर एक्शन टीम की है। टीम के जवानों ने भारतीय चौकियों के नजदीक आकर इन तीनों जवानों को निशाना बनाते हुए उन पर गोलियां बरसाई। उसके बाद सेना की जवाबी कार्रवाई के बीच पाकिस्तानी सैनिक वापस भाग गए। हालांकि सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने इसे सीमा पार से संघर्ष विराम के उल्लंघन का मामला बताते हुए कहा कि ये जवाब गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब देते हुए शहीद हुए हैं।
गत वीरवार को पाकिस्तानी सैनिकों ने जिला पुंछ नियंत्रण रेखा से सटे दिगवार और किरनी सेक्टर में भी गोलाबारी की थी। इस गोलाबारी में सेना का एक जेसीओ शहीद हो गया था। शहीद की पहचान 16 गड़वाल के सूबेदार स्वतंत्र सिंह के रूप में हुई। इसके अलावा एक स्थानीय युवक भी इस गोलाबारी के दौरान घायल हुआ था जिसकी पहचान मोहम्मद रशीद पुत्र नजबदीन निवासी किरनी के रूप में हुई। उसी दिन दोपहर बाद श्रीनगर के बाहरी इलाके एचएमटी चौक में आतंकियों द्वारा सेना की क्विक रियक्शन टीम पर घात लगाकर किए गए हमले में सेना की टेरिटोरियल आर्मी के दो जवान शहीद हो गए थे जिनकी पहचान सिपाही रतन और सिपाही देशमुख के रूप में हुई।