पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा दी गई रायता-ककड़ी की दावत – पहाड़ी व्यंजनों की अनोखी पार्टी
रायता-ककड़ी की दावत का मकसद है स्थानीय उत्पादकों को आम जनता तक पहुँचाना
आकाश ज्ञान वाटिका। रविवार, २८ सितम्बर। कल यानि शनिवार, २७ सितम्बर, २०१९ एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (हरदा) द्वारा दी गई अनोखी दावत का दिन रहा। जब हरदा पहाड़ी व्यंजनों की शानदार दावत दे रहे हों तो सियासी गलियारों में हलचल होना भी स्वाभाविक है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को ईस्ट कैनाल रोड स्थित लार्ड वेंकेटेश्वर वेडिंग प्वाइंट में एक पहाड़ी व्यंजनों की अनोखी पार्टी आयोजित की। इस कार्यक्रम में हरदा ने पहाड़ी ककड़ी, भुट्टा, अरबी के पत्तों के पतोड़े, मशरूम के पकोड़े और गैठी के गुटके आदि पहाड़ी व्यंजनों की दावत दी।
यदि राजनीति के चश्मे से न देखा जाय तो हरदा की यह पहल पहाड़ी उत्पादों को बढ़ावा देना तथा उनका स्वाद व उपयोगिता को सभी लोगों तक पहुँचाना है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की ककड़ी पार्टी में पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि ककड़ी पार्टी में कोई राजनीति नहीं की गई है। हरीश रावत पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और समय-समय पर अपने सामाजिक जीवन में ऐसी पार्टियां आयोजित करते रहते हैं। उनका मकसद स्थानीय उत्पादकों को आम जनता तक पहुँचाना है। इस अवसर पर हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड के व्यंजन, परिधान, उत्पाद उनके एजेंडे के मुख्य बिंदु हैं तथा इन बिंदुओं को वह सरकार के एजेंडे से विलुप्त नहीं होने देंगे।
इस पार्टी में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, कई विधायक-पूर्व विधायकों के साथ ही विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक संगठनों के लोगों भी पहुंचे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, विधायक ममता राकेश व मनोज रावत के साथ ही मंत्री प्रसाद नैथानी, हीरा सिंह बिष्ट, जोत सिंह गुनसोला समेत पार्टी के कई पूर्व मंत्री-विधायक ने पार्टी में शिरकत की। पदमश्री अवधेश कौशल, सीपीएम से सुरेंद्र सिंह सजवाण, सीपीआई से बच्ची राम कंसवाल, राज्य आंदोलनकारी मंच से प्रदीप कुकरेती, राम लाल खंडूरी ने इस कार्यक्रम में शिरकत की। राजनीतिक दलों के अलावा ट्रेड यूनियन, राज्य आंदोलनकारी व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी इस दावत में पहुँचे। सभी ने पहाड़ी व्यंजनों का जमकर लुत्फ उठाया। इस अवसर पर हरीश रावत ने भाजपा सरकार आरोप लगते हुए कहा कि भाजपा उत्तराखंडीयत को कमजोर कर रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के द्वारा उन्हें रायता फैलाने वाला करार दिए जाने वाली बात पर हरीश रावत ने भी चुटकी लेते हुए कहा, “त्रिवेंद्र मेरे छोटे भाई हैं, लिहाजा जो भी कहेंगे, अच्छा ही कहेंगे।”
हरीश रावत ने इस रायता-ककड़ी की दावत में उत्तराखंडी उत्पादों के माध्यम से अपनी सियासी ताकत का एक बार फिर अहसास दिला कर यह सन्देश भी दे दिया की हर परिस्थिति में पार्टी उनके साथ है।