जिलाधिकारी ने गौला बैराज पहुँचकर अत्यधिक पानी आने से ध्वस्त हुए बैराज में बने अस्थायी तटबन्ध का लिया जायजा
आकाश ज्ञान वाटिका। 24 फ़रवरी, 2020, सोमवार, हल्द्वानी (सूचना)। गत दिवस भारी वर्षा के कारण गौला नदी में अत्यधिक पानी आने से बैराज में बने अस्थायी तटबन्ध ध्वस्त हो गया। जिससे शहर में पेयजल आपूर्ति बाधित हो गयी। जानकारी मिलने पर सोमवार की सुबह श्री बसंल ने गौला बैराज पहुँचकर स्थिति का जायजा लिया, मौके पर अव्यवस्थाओ को लेकर जिलाधिकारी खासे नाराज हुये। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि सारी लापरवाही के लिए दोषी सिचाई महकमा है। उन्होंने अधिशासी अभियन्ता सिचाई तरूण बंसल की लचर कार्य प्रणाली एवं शासकीय दायित्वों के प्रति लापरवाही तथा बिना अनुमति से मुख्यालय से गायब रहने को गम्भीरता से संज्ञान मे लेते हुये उनके खिलाफ सीआरपीसी की धारा 133 के तहत श्री तरूण बंसल को बुक किया, साथ ही गोला बैराज में राज्य योजना से लगभग 5 करोड़ के सुधारीकरण कार्य कर रहे ठेकेदार घनश्याम तिवारी द्वारा लापरवाही बरतने एवं कार्य स्थल पर श्रमिक तैनात न करने पर ठेकेदार पर 1.50 लाख रूपये के जुर्माना मौके पर ही लगाया। वहीं तरूण बंसल को चेतावनी देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि यदि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही पुनरावृत्ति हुई तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही निलम्बन की कार्यवाही भी अमल में लायी जायेगी।
जिलाधिकारी श्री बंसल ने निरीक्षण के दौरान अधीक्षण अभियंता सिंचाई को आज सोमवार की सांय 4 बजे तक गोला बैराज अस्थायी तटबन्ध ठीक कर हल्द्वानी की पेयजल व्यवस्था सुचारू करने का अल्टीमेटम दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि गोला बैराज तटबन्ध टूटने से शहर की पेयजल व्यवस्था बाधित होने पर जल संस्थान द्वारा टैंकरों एवं अन्य वैकल्पिक व्यवस्था से पेयजल आपूर्ति पर हुए व्यय का भुगतान सिंचाई विभाग द्वारा किया जायेगा, इस धनराशि का भुगतान जिला योजना व अन्य मदों से नहीं किया जायेगा।
श्री बंसल ने कहा कि वर्षा के दौरान ठैकेदार के कर्मचारी मौके पर मौजूद होकर स्वयं ही तटबन्ध काट देते ताकि पानी की निकासी सही से हो जाती तो बाढ़ की स्थिति नहीं आती और न ही पेयजल आपूर्ति बाधित होती। उन्होंने मौके पर ठेकेदार के श्रमिकों, मशीनरी तथा सिंचाई विभाग के साथ किए गए अनुबन्ध आदि की जाॅच करने हेतु सिटी मजिस्ट्रेट व अधीक्षण अभियंता सिंचाई की दो सदस्यीय जाॅच टीम गठित की, साथ ही अनुबन्ध के सभी बिन्दुओं पर जाॅच कर विस्तृत आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए ताकि उसके आधार पर भी ठेकेदार पर वास्तविक जुर्माना लगाया जा सके।
जिलाधिकारी ने मुख्य अभियंता व अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए कि सांय 4 बजे तक शहर की पेयजल आपूर्ति सुचारू करायें, साथ ही उन्होंने कार्य स्थल पर एक अतिरिक्त पाॅकलैण्ड मशीन लगाने के साथ ही कार्य स्थल पर 24 घण्टे श्रमिक तैनात रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आपसी तालमेल से कार्य करें व सूचनाओं का त्वरित गति से आदान प्रदान करते हुए पहाड़ी क्षेत्रों एवं भीमताल झील से पानी छोड़ने एवं आने की सूचना गोला बैराज को समय से दें ताकि किसी भी प्रकार की आपदा एवं समस्या से बचा जा सके।
निरीक्षण के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, मुख्य अभियंता सिंचाई एमसी पाण्डे, अधीक्षण अभियंता संजय शुक्ला, अधिशासी अभियंता तरूण बंसल, हरीश चन्द्र, जल संस्थान विशाल सक्सेना, सहायक अभियंता नवीन चन्द्र पाण्डे, सीओ शान्तनु पाण्डे आदि मौजूद थे।