जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की – विभिन्न राज्यों से जनपद में आ रहे जनपद वासियों के स्वरोजगार के लिए आवश्यक कदम उठाये जायें
आकाश ज्ञान वाटिका, मंगलवार, 5 मई 2020, देहरादून (जि.सू.का.)। कोविड-19 के संक्रमण के प्रकोप से बचने के लिए देश के विभिन्न स्थानों से प्रवासी जनपद वासियों की आवक तेजी से बढ़ रही है, जिसके फलस्वरूप अब इनके लिए रोजगार की आवश्यकता महसूस हो रही है। इसी परिपेक्ष्य में आज जिलाधिकारी डाॅ० आशीष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने विकास विभाग के अधिकारियों से कहा कि विभिन्न राज्यों से जनपद में आ रहे जनपद वासियों को नरेगा, एन.आर.एल.एम. सहित अन्य विकास कार्यक्रमों के साथ जोड़कर इनके स्वरोजगार के लिए आवश्यक कदम उठाये जायें। उन्होंने कहा कि वाटर हार्वेस्टिंग (जल संरक्षण) कन्जर्वेशन प्रक्रिया में स्वंय सहायता समूहों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाय।
उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले जनपदवासियों की थर्मल स्कैनिंग आवश्यक रूप से करवाई जाय, इस हेतु ग्राम प्रधानों को शासनस्तर से जिम्मेवारी सौंपी गई है। उन्होंने उद्यान, कृषि विभाग के अधिकारियों से कहा कि इन लोगों को रोजगार से जोड़े जाने हेतु फल प्रसंस्करण सम्बन्धी योजनाएं प्रारम्भ की जायें, साथ ही काश्तकारों हेतु निर्धारित समय में कीटनाशक, बीज, उर्वरक आदि की व्यवथा सुनिश्चित की जाय।
उन्होंने कहा कि अधिकतम किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से जोड़े जाने हेतु किसान क्रेडिट कार्ड बनवाये जायं। इसके अतिरिक्त दुग्ध उत्पादकों को दुग्ध विकास समितियों से जोड़कर उत्पादन बढ़ाते हुए इनकी आय में वृद्धि करने के प्रयास किये जाय।
उन्होंने कहा कि बाहर से आये सभी क्षेत्रों के लोगों पर सतत निगरानी भी रखी जाय।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, जिला विकास अधिकारी प्रदीप कुमार पाण्डेय, परियोजना निदेशक, विक्रम सिंह, मुख्य उद्यान अधिकारी डाॅ० हेमलता पाण्डेय, मुख्य कृषि अधिकारी विजय देवराड़ी, सहायक निबन्धक सहकारिता सुभाष गहतोड़ी तथा सहायक निदेशक डेयरी अनुराग मिश्रा उपस्थित रहे।