कांग्रेस ने देश विभाजन और समाज में वैमनस्यता फैलाने के अलावा कोई दूसरा कार्य नहीं किया : महाराज
हम प्रदेश में विकास चाहते हैं या शराब ? : सतपाल महाराज
गुमनामी में गये बलिदानियों की पार्टी है भाजपा
आकाश ज्ञान वाटिका, 4 फरवरी 2022, शुक्रवार, पौड़ी। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, आध्यात्मिक गुरु और चौबट्टाखाल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्याशी कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को बारिश और बर्फबारी के बावजूद मतदाताओं के बीच पहुँच कर भाजपा सरकार में किए गए विकास कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए 14 फरवरी को कमल के फूल का बटन दबाने की अपील की ।
भाजपा प्रत्याशी कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को बारिश और बर्फबारी के बावजूद वीरोंखाल मण्डल के सिल्ली मल्ली, तकुलसारी, जाखणी, ढौंर, मैठाणा घाट, बयेडा और फरसाड़ी आदि ग्रामीण क्षेत्रों में अपना जनसम्पर्क जारी रखा।
जनसम्पर्क के दौरान भाजपा प्रत्याशी सतपाल महाराज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का इतिहास बलिदानियों का इतिहास रहा है, वह ऐसे लोग हैं जो इतिहास के पन्नों पर अंकित नहीं हो सके और गुमनामी में चले गए। जिन्होंने अपने सिद्धांतों और आदर्शों से कभी समझौता नहीं किया। जबकि कांग्रेस ने देश विभाजन और समाज में वैमनस्यता फैलाने के अलावा कोई दूसरा कार्य नहीं किया।
भाजपा प्रत्याशी सतपाल महाराज ने कहा कि चुनाव को अब मात्र 10 दिन बचे हैं, इन 10 दिनों में हमें तय करना है कि हम उत्तराखंड के अंदर विकास चाहते हैं या शराब ? हमें तय करना है कि हम अपनी संस्कृति और संस्कारों के लिए भारतीय जनता पार्टी को वोट देकर प्रधानमंत्री मोदी के हाथों को मजबूत करना चाहते हैं या फिर देश को कमजोर बनाने वाली ताकतों आगे लाना चाहते हैं।
भाजपा प्रत्याशी कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने राज्य में अनेक विकास कार्य किए हैं और उनके विधानसभा क्षेत्र में भी अनेक बड़ी-बड़ी योजनायें स्वीकृत हुई हैं सड़कों का जाल बिछा है, लिफ्ट सिंचाई योजनायें प्रारंभ की गई हैं। जबकि कई पंपिंग पेयजल योजनाओं की स्वीकृति मिल चुकी है। सतपुली और स्यूंसी झील जैसे बड़े प्रोजेक्टों से निश्चित ही आने वाले समय में चौबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र का कायाकल्प होगा।
सतपाल महाराज की पत्नी और पूर्व मंत्री श्रीमती अमृता रावत ने भी आज अनेक क्षेत्रों का भ्रमण कर जनसम्पर्क किया। सतपाल महाराज के जेष्ठ पुत्र श्रद्धेय रावत और छोटे पुत्र सुयश रावत ने भी अनेक गावों में जनसम्पर्क कर अपने पिता के लिए वोट माँगे।
जनसंपर्क के दौरान सभी स्थानों पर भाजपा के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी भी उनके साथ रहे।