मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी ने आपदा में क्षतिग्रस्त गौला पुल का देर सायं किया स्थलीय निरीक्षण
- आपदा में मृतक के परिजनों को 4 लाख रूपये की राहत धनराशि दी जायेगी
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य सरकार को हर मदद का भरोसा दिलाया है : मुख्यमंत्री
आकाश ज्ञान वाटिका, 19 अक्टूबर 2021, मंगलवार, हल्द्वानी (सूचना)। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी ने आपदा में क्षतिग्रस्त गौला पुल का देर सायं स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मौसम साफ होते ही जल्दी पुल की मरम्मत का कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावितों को सरकार हर सम्भव मदद करेगी। उन्होंने कहा आपदा में मृतक के परिजनों को 4 लाख रूपये की राहत धनराशि दी जायेगी, साथ ही भवन क्षति पशु क्षति आदि पर भी मानकों के अनुरूप शीघ्र सहायता राशि दी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य सरकार को हर मदद का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि वायु सेना के हैलीकाप्टर भी रैस्क्यू के लिए भेज दिये हैं। जो पर्यटक मार्ग अवरूद्व होने से रास्तों मे फंसे हैं उन्हें तुरन्त सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आपदा की घड़ी में सभी संयम बरतें, कुछ ही समय में परिस्थितियों में सुधार लाया जायेगा।
इसके उपरान्त मुख्यमंत्री धामी ने सर्किट हाउस मे मण्डल में आपदा स्थिति की विस्तृत जानकारियाँ उच्च अधिकारियों से ली। उन्होंने निर्देश दिये कि मृतकों का पोस्टमार्टम वही पर करें तथा मृतक आश्रितों को तत्काल मुआवजा दिया जाए। इसके लिए जिलाधिकारी को धनराशि उपलब्ध करा दी है। उन्होने कहा आपदा राहत बचाव हेतु हैलीकाप्टर की जरूरत हो तो तुरन्त लगाये जाए। उन्होंने कहा, अधिकारी राहत-बचाव कार्य युद्व स्तर पर करें, घर का काम समझ कर करें, सभी जनता व जनप्रतिनिधियों एवं स्वयं सेवकों का भी सहयोग भी लिया जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि पहाड़ी क्षेत्र कुमाऊँ का आपदा कन्ट्रोल रूम हल्द्वानी मे बनाया जाए तथा उधमसिह नगर का कन्ट्रोल रूम उधमसिह नगर में बनाया जाए। दोनों कन्ट्रोल रूम चौबीस घंटे संचालित किये जायें तथा इनमें कर्मचारियों के साथ ही नोडल अधिकारी तैनात किये जायें।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सडकें टूटने व मलूवा आने से सडकें अवरूद्व हैं जिससे क्षेत्रीय जनता व पर्यटक मार्गों मे फंसे हैं। उन्होंने बन्द सड़क मार्ग खोलने हेतु आज से ही अधिक से अधिक जेसीबी, पोकलैण्ड मशीनें लगाकर सडकें सुचारू करने के निर्देश देते हुये, फंसे पर्यटकों व जनता को निकालने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आपदा क्षेत्रों में राशन की कतई कमी न हो तथा मार्गाें व आपदा-बाढ़ क्षेत्रों में पका-पकाया भोजन की व्यवस्था के साथ ही पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने आपदा दौरान ध्वस्त विद्युत, पेयजल लाइनें भी शीघ्र मरम्मत कर सुचारू करने के निर्देश दिये ताकि जनता को अनावश्यक परेशानियों का सामना ना करना पड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा में क्षतिग्रस्त नुकसान का शीघ्र आंकलन करें तथा आपदा में ध्वस्त कार्यों को तुरन्त प्रारम्भ करें साथ ही उन्होंने कहा कि आपदा कार्यों हेतु क्वारी भी तुरन्त स्वीकृत की जाए। आयुक्त सुशील कुमार व डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे ने बताया कि आपदा राहत बचाव हेतु आपदा क्षेत्रों में राजस्व, पुलिस के साथ ही एडीआरएफ, एनडीआरएफ व सेना भी लगाई गई है। आयुक्त ने बताया कि नैनीताल शहर जाने हेतु सभी सडकें बन्द हो गई थी। नैनीताल-कालाढूँगी सड़क मार्ग खोल दिया गया है। जबकि हल्द्वानी-ज्योलीकोटी-नैनीताल, नैनीताल-भवाली सड़क मार्ग देर रात तक खोल दिया जायेगा। मुख्यमंत्री धामी ने सड़क मार्ग खोलने मे लगे जेसीबी चालक से फोन पर वार्ता भी की।
बैठक में कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत, धनसिह रावत, विधायक नवीन दुम्का, महापौर डॉ० जोगेन्द्र सिह रौतेला, जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत, उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक आयोग मजहर नईम नवाब, अनिल कपूर डब्बू, प्रकाश हर्बोला, ध्रुव रौतेला, शंकर कोरंगा, चन्दन बिष्ट सहित डीजीपी अशोक कुमार, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी सहित विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारी मौजूद थे।